हाईकोर्ट के जस्टिस वीके श्रीवास्तव की इलाज के दौरान हुई मौत पर जांच समिति ने रिपोर्ट पेश की,
जांच समिति ने रिपोर्ट में कहा की जस्टिस वीके श्रीवास्तव को उपचार और जांच की जरूरत थी,
इस पर सरकार की तरफ से रोक लगाए जाने की मांग की गई,
जिस पर कोर्ट ने कोई आदेश पारित नहीं करते हुए अगली सुनवाई पर विचार करने को कहा,
बहराइच, श्रावस्ती, बिजनौर और जौनपुर जिलों के अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा की बढ़ोतरी की रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल की गई,
कोर्ट ने रिपोर्ट को देखते हुए सराहना की और जिले में कोविड की रोकथाम और चिकित्सा व्यवस्था को लेकर किए गए प्रयास की सराहना की,
कोर्ट ने उम्मीद जाहिर की है की अन्य जिले भी इससे सीख लेकर दूसरे जिलों में व्यवस्थाए दुरुस्त करेंगें,
अगली तारीख पर कोर्ट ने बलिया, भदोही, गाजीपुर, देवरिया और शामली में चिकित्सा व्यवस्थाओं की बुनियादी रिपोर्ट मांगी,
शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों को टीकाकरण के लिए अलग से सुविधाएं उपलब्ध कराने पर केंद्र की तरफ से संतोषजनक जवब दिया गया है,
अगली सुनवाई पर इसके लिए किए गए इंतेजाम का विस्तृत ब्यौरा दिया जा सकता है,
सात जून को याचिका पर होगी अगली सुनवाई,
जस्टिस सिद्धार्थ वर्मा और जस्टिस अजीत कुमार की डिवीजन बेंच कर रही है याचिका पर सुनवाई।