अक्तूबर में सबसे ऊंचे स्तर पर होंगे कोरोना के मामले, बच्चों पर बड़ा खतरा: गृह मंत्रालय के पैनल ने चेताया

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नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट की ओर से कोरोना को लेकर रिपोर्ट जारी की गई है। इसके मुताबिक तीसरी लहर जल्द ही अपना असर दिखा सकती है। प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी गई इस रिपोर्ट में अक्तूबर में कोरोना के फिर से पीक पर होने की आशंका जाहिर की गई है और इसको लेकर केंद्र को चेताया भी गया है। 

हर दिन सामने आ सकते हैं पांच लाख केस 
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट की ओर से जो रिपेार्ट प्रधानमंत्री कार्यालय पर भेजी गई है, उसके मुताबिक सितंबर अंत तक तीसरी लहर अपना असर दिखाना शुरू कर देगी। वहीं अक्तूबर में देश में हर दिन पांच लाख से भी ज्यादा मामले सामने आ सकते हैं। इस कारण करीब दो महीने तक देश को कोरोना के कारण फिर से परेशानी झेलनी पड़ सकती है।

बच्चों पर हो सकता है ज्यादा असर 
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि तीसरी लहर का असर बच्चों पर ज्यादा देखने को मिल सकता है। केरल, बंगलूरू, असम में इसकी बानगी भी देखने को मिल रही है। यहां पिछले दो से तीन सप्ताह से बच्चों के संक्रमित होने की दर ज्यादा है। इस समय केरल में संक्रमण दर बढ़कर 17 प्रतिशत तक पहुंच गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि केरल में ओणम के बाद कोरोना संक्रमण और भी ज्यादा बढ़ सकता है। वहीं डेल्टा प्लस वैरिएंट के भी मामले देश में बढ़ते जा रहे हैं। महाराष्ट्र में पिछले दिनों ही इससे कई मौतें हो चुकी हैं। 

आईआईटी कानपुर ने किया था तीसरी लहर से इंकार 
वहीं दूसरी तरफ आईआईटी कानपुर ने कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को न के बराबर बताया है। वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने अपने गणितीय ‘मॉडल सूत्र’ के आधार पर नई स्टडी जारी की है। उनका दावा है कि अक्तूबर तक उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में केसों की संख्या इकाई अंक तक पहुंच जाएगी। उनका कहना है कि वैक्सीनेशन ने इसका खतरा और कम कर दिया है। इससे संक्रमण लगातार कम होगा। उन्होंने बताया कि यूपी, बिहार, दिल्ली जैसे राज्य लगभग संक्रमण मुक्त होने की ओर हैं। हालांकि, देश में एक्टिव केस अक्तूबर माह तक भी 15 हजार के करीब रहेंगे क्योंकि तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल समेत पूर्वोत्तर राज्यों में संक्रमण रहेगा।

(भाषा इनपुुुट AU से)

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