देश के 12 राज्यों के 46 जिलों में कोरोनावायरस तेजी से पांव पसार रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने आज 12 राज्यों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की. इनमें महाराष्ट्र, हरियाणा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, पंजाब और दिल्ली समेत अन्य राज्य शामिल हैं. देश में कोरोना के मामलों में आई वृद्धि और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर इस बैठक में चर्चा हुई. बैठक में कोरोना मामलों में तेजी को रोकने के लिए टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेशन, क्लीनिकल ट्रीटमेंट और वैक्सीनेशन पर ध्यान देने को कहा गया है
इन 12 राज्यों के 46 जिलों में कोरोना का सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है. इन जिलों में कोरोना के चलते मौत के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है. सर्वाधिक प्रभावित 46 जिलों में इस महीने में 71 फीसदी नए केस और 69% मौत के मामले सामने आए हैं, जिसमें से महाराष्ट्र के 25 जिलों में 59.8 प्रतिशत केस पिछले एक हफ्ते में रिपोर्ट हुए हैं. ये भी देखा गया कि कोविड से होने वाली मौतें में लगभग 90 फीसदी लोग 45 साल से ऊपर हैं.
समीक्षा बैठक में इस बात पर फोकस किया गया कि 90 प्रतिशत लोगों को जानकारी है लेकिन सिर्फ 44 फीसदी लोग ही मास्क पहनते हैं. कोरोना से संक्रमित व्यक्ति औसतन 30 दिनों में 406 दूसरे लोगों में संक्रमण फैला सकता है.
इस बात पर भी जोर दिया गया कि कोरोना की दूसरी लहर में जमीनी स्तर पर कोविड से जुड़ी लापरवाही देखने को मिली है. यही वजह है कि अगले कम से कम 14 दिन इन 46 जिलों में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और कन्टेनमेन्ट पर ध्यान देने की जरूरत है, जिससे कि चेन ऑफ ट्रांसमिशन को तोड़ा जा सके.