प्रयागराज में फूटा कोरोना बम गया, तकरीबन पांच गुना बढ़े केस, 136 लोग मिले संक्रमित

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कोरोना अब बेकाबू हो गया है। प्रयागराज में तीसरी लहर तेजी से फैल रही है। जिले में अप्रत्याशित रूप से बुधवार को 136 नए लोग इससे संक्रमित हो गए जबकि ठीक एक दिन पहले मंगलवार को 31 लोग संक्रमित हुए थे।

बीते 24 घंटे में चार गुना से भी अधिक संक्रमितों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की नींद उड़ गई है।

स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में मची अब खलबली

देर रात स्वास्थ्य और जिला प्रशासन के अधिकारियों का प्रदेश के मुख्य सचिव के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अहम विचार विमर्श भी हुआ। मई माह के बाद अब तेजी से बढ़ रहे संक्रमण पर पूरे जिले में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश हुए हैं। कोरोना का यह विस्फोट नगर क्षेत्र में हुआ है। हालांकि कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने की स्थिति पिछले सप्ताह से ही है। फिर भी बाजारों में भीड़, विभिन्न समारोह में लोगों के इकट्ठे होने, मास्क न लगाने और शारीरिक दूरी का पालन न करने की फितरत चरम पर है। दूसरी लहर के दौरान लापरवाही का गंभीर खामियाजा भुगतना पड़ा था इसके बावजूद सजगता और सतर्कता ध्वस्त है।

सात महीने बाद बढ़ा संक्रमण

कोरोना का संक्रमण सात महीने बाद बाद बढ़ना शुरू हुआ है। 21 मई को 108 लोग संक्रमित हुए थे। उससे पहले 18 मई को 110 और 17 मई को 164 लोग संक्रमित हुए थे। 21 मई के बाद संक्रमण फैलना धीरे-धीरे कम हुआ था। अक्टूबर और नवंबर का महीना तो काफी राहत भरा रहा। लगातार कई-कई दिन जिला कोरोना शून्य था। अब नए साल में कोरोना वायरस के तेवर फिर कड़क हो गए हैं।

सक्रिय केस हो गए 236

बुधवार को 136 नए संक्रमित मिलने के बाद जिले में कोरोना के सक्रिय केस 236 हो गए हैं। क्योंकि मंगलवार को 101 सक्रिय केस थे। बुधवार को एक संक्रमित को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया।

अस्पतालों में बढ़ी सक्रियता

स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के वार्ड आठ को महीनों पहले से ही कोविड वार्ड के तौर पर ही रखा गया है। इसमें इक्का-दुक्का लोग भर्ती हो रहे हैं और स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज भी किए जा रहे हैं। एसआरएन में आक्सीजन की सप्लाई सभी 1066 पलंग पर सुनिश्चित करने के लिए टीमें सक्रिय कर दी गई हैं।

जिला सर्विलांस अधिकारी डा. एके तिवारी ने बताया कि कोरोना के केस निश्चित रूप से तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन अस्पतालों में तैयारी पूरी है। अभी किसी प्राइवेट अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाने की स्थिति नहीं है, एसआरएन में पर्याप्त पलंग हैं। बेली अस्पताल भी है। बताया कि नए लोगों में किसी में ओमिक्रोन की पुष्टि नहीं है लेकिन सभी लोगों को बेहद सतर्क रहना होगा।

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