भारतीय नौ सेना में कार्यरत जिम्नास्ट सोमेश्वर सिंह राणा मुम्बई में जिम्नास्टिक की प्रैक्टिस कर रहे थे इसी दौरान उनका हाँथ फिसल गया और वह सर के बल जमीन पर गिर गए।
देश के लिए खेलने वाले फौजी ने हिम्मत नही हारी और 14 दिसम्बर से जीन्दगी और मौत की जंग लड़ता रहा अंत में मौत जीत गई और सोमेश्वर हार गए।
चाँद पुर सलोरी में रहने वाले सोमेश्वर का तिरंगे में लिपटा शव जब उनके घर आया तो लोगों ने नम आंखों से भारत माता की जय के उद्घोष के साथ उन्हें अंतिम सलामी दी।
परिवार के लोगों का कहना है कि सरकार सोमेश्वर को याद रखने के लिए कोई कार्य करे। बाईट आदित्य राणा,मृतक सोमेश्वर के भाई। बाईट दीपक राठौर,लेफ्टीनेंट कमांडर