37वीं इंदिरा मैराथन के पुरुषों में शेर सिंह और महिला में सुधा ने जीता ख़िताब।

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37वीं अखिल भारतीय मैराथन में शेर सिंह और ओलंपियन सुधा सिंह ने जीत हासिल की है.शेर सिंह ने जहां 2 घंटे 20 मिनट 15 सेकेंड में 42.195 किलोमीटर लंबी मैराथन पूरी कर पहला स्थान हासिल किया.वहीं महिला वर्ग में ओलंपियन सुधा सिंह ने 2 घंटे 51 मिनट 40 सेकेंड में मैराथन पूरी कर पहला स्थान हासिल किया है.दोनों विजेताओं को फूल माला पहनाकर मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में खिलाड़ियों ने जोरदार स्वागत किया.

पूर्व प्रधाममंत्री इंदिरा गांधी के जन्मदिन के अवसर पर शुरू 1985 से इंदिरा मैराथन की शुरुआत की गयी.37वीं इंदिरा मैराथन में कुल 4 सौ से अधिक धावक इस मैराथन में शामिल हुए थे.मैराथन की शुरुआत यूपी सरकार के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार खेल एवं कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने हरी झंडी दिखाकर दौड़ की शुरुआत की थी.शहर के अलग अलग रूटों से होती हुई मैराथन दौड़ मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में समाप्त हुई.37वीं इंदिरा मैराथन में पुरुष वर्ग में शेर सिंह पहले स्थान पर आए विक्रम बंगारिया दूसरे स्थान पर रहे और अनिल कुमार सिंह को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा.वही महिला वर्ग में जहां ओलंपियन सुधा सिंह को पहला स्थान मिला है वहीं अश्वनी मदन जाधव को दूसरा स्थान मिला और ज्योति शंकर राव को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा.

सुधा ने सिंह ने कहा युवाओं को ओलम्पिक से पदक लाने के लिए करेंगी तैयार

भारत की तरफ से ओलम्पिक जाने वाली धावक सुधा सिंह पहली बार इंदिरा मैराथन में शामिल हुई.जहां पर उन्होंने पहले ही प्रयास में 42 किलोमीटर से लंबी इस मैराथन को जीत लिया है.उनका कहना है कि वो इससे पहले ओलंपिक और मुम्बई मैराथन में भी कई बार शामिल हो चुकी हैं. मुम्बई मैराथन में उन्हें जीतने का भी मौका मिला है.लेकिन यूपी के प्रयागराज में होने वाले इंदिरा मैराथन में शामिल होने का उन्हें इस बार पहला बार मौका मिला है.इंदिरा मैराथन जीत कर उन्हें काफी खुशी हुई है क्योंकि ये उनके अपने प्रदेश की मैराथन थी जिसमें अभी तक वो शामिल नहीं हो पायी थी.इस बार पहले ही प्रयास में जीत मिलने से वो काफी खुश और उत्साहित हैं.इसके साथ ही उन्होंने कहाकि देश की तरफ से उन्हें काफी सम्मान मिल चुका है.अब उनका सपना बै की वो युवाओं को देश के लिए मैडल लाने वाला खिलाड़ी बनाने के लिए कार्य करेंगी.उनका कहना है कि यूपी में टैलेंट की कमी नहीं है.बस खिलाड़ियों को सही मार्ग दर्शन देने की जरूरत है.इसके लिए वो एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का एकेडमी भी यूपी के खिलाड़ियों के लिए बनाने की योजना बना रही है.उनकी यह योजना कामयाब हुई तो आने वाले दिनों में देश को ओलंपिक और एशियन गेम्स में मेडल लाने वाले कई खिलाड़ी तैयार करके देंगी.

शेर सिंह ने कहा ओलंपिक और एशियन गेम्स में मेडल लाने का है सपना

राजस्थान पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात शेर सिंह ने मैराथन जीत कर कहाकि अभी उनका सपना पूरा नहीं हुआ है.जिस तरह से कड़ी मेहनत करके उन्होंने तैयारी उसके अनुसार उन्हें परिणाम नहीं मिला है.मैराथन जीतने के बावजूद आगे के लिए वो और भी कड़ी मेहनत करेंगे.उन्होंने कहाकि वो आगे चलकर एशियन गेम्स और ओलंपिक में देश के लिए मेडल लाना चाहते हैं.उन्होंने यह भी कहाकि इस मैराथन को जीतने में उन्होंने जितना समय का रिकॉर्ड बनाया है उसे और कम करने के लिए निरन्तर प्रैक्टिस जारी रखेंगे.अपनी जीत का श्रेय उन्होंने अपने कोच और साथियों को दिया है.

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