उत्तर प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री एवं प्रयागराज शहर दक्षिणी विधायक नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने पिछले 12 वर्षों से प्रयागराज में रह कर अपना पूरा जीवन साहित्य की सेवा में समर्पित करने वाले तमिल के तुलसी के नाम से विख्यात साहित्यकार डा. एम गोविन्दराजन की मदद और देखभाल की जिम्मेदारी उठाने के बाद अब उन्हें अपने तमिलनाडू स्थित अपने घर फ्लाइट से भेजने की पहल की है। मंत्री नन्दी ने वरिष्ठ लेखक गोविन्दराजन के साथ ही उनके दामाद एस बालाकृष्णन का इंडिगो फ्लाइट से टिकट बुक कराया है। करीब 12 वर्ष बाद तमिल के तुलसी गोविन्दराजन तमिलनाडू के तंजाउर स्थित अपने घर जाएंगे। 15 मई रविवार को गोविन्दराजन अपने दामाद के साथ प्रयागराज एयरपोर्ट से बेंगलुरू की फ्लाइट से रवाना होंगे। बेंगलुरू में उतरने के बाद कनेक्टिंग फ्लाइट से चेन्नई पहुंचेंगे।
प्रयागराज के विज्ञान परिषद में पिछले 12 वर्षों से एक कमरे में अकेले रहकर रामचरित मानस समेत तुलसीदास की सभी कृतियों का तमिल में अनुवाद करने वाले तमिल के तुलसी के नाम से विख्यात वरिष्ठ लेखक डाॅ. एम गोविन्दराजन की तबियत ठीक न होने की जानकारी मंत्री नन्दी को हुई तो उन्होंने तत्काल मदद की पहल की। मंत्री नन्दी ने वरिष्ठ लेखक गोविन्दराजन तक अपने घर पर बना भोजन, फल, पानी व अन्य जरूरी सामान पहुंचवाया। वहीं प्रतिदिन दोपहर और रात का भोजन उनके कमरे तक पहुंचवाने की व्यवस्था की। इसके अलावा उन्होंने वरिष्ठ लेखक के स्वास्थ्य लाभ के साथ ही हर सम्भव मदद किए जाने का आश्वासन दिया था। कहा था कि अगर वरिष्ठ लेखक चाहेंगे तो उन्हें फ्लाइट से उनके घर भेजा जाएगा।
विज्ञान परिषद के कमरे में रहते हुए देख-रेख के बाद भी वरिष्ठ लेखक गोविन्दराजन ने तमिलनाडू के तंजाउर स्थित अपने घर पहुंचाए जाने की इच्छा जताई थी। जिसकी जानकारी होते ही मंत्री नन्दी ने तत्काल उन्हें फ्लाइट से उनके घर भेजे जाने का भरोसा दिलाया। मंत्री नन्दी का भरोसा मिलने के बाद वरिष्ठ लेखक गोविन्दराजन ने अपने दामाद एस बालाकृष्णन को बुला लिया। शनिवार की दोपहर गोविन्दराजन के दामाद प्रयागराज पहुंचे। मंत्री नन्दी ने वरिष्ठ लेखक गोविन्दराजन और उनके दामाद एस बालाकृष्ण को प्रयागराज से चेन्नई तक पहुंचाने के लिए तत्काल टिकट बुक करवाया। गोविन्दराजन 16 मई की शाम को बेंगलुरू की फ्लाइट से रवाना होंगें। बेंगलुरू पहुंचने के बाद कनेक्टिंग फ्लाइट से चेन्नई पहुंचेंगे। मंत्री नन्दी ने शनिवार को मोबाइल के जरिये वरिष्ठ साहित्यकार डा. एम गोविंदराजन के साथ ही उनके परिजनों से बातचीत की। कहा कि गोविंदराजन जी जैसे वरिष्ठ साहित्यकार इस राष्ट्र की धरोहर हैं।