पंजाब की रोपड़ जेल में बंद उत्तर प्रदेश के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी बुधवार को मोहाली की कोर्ट में पेश हुआ. पता चला है कि इस दौरान जिस यूपी नंबर की एंबुलेंस से मुख्तार मोहाली कोर्ट गया था, वो एंबुलेंस एक निजी एंबुलेंस थी, जिसका रजिस्ट्रेशन बाराबंकी में एक निजी अस्पताल के नाम से है.
मोहाली के एक बिल्डर से फिरौती मांगने के मामले में मुख्तार अंसारी की बुधवार को मोहाली कोर्ट में पेशी थी. इसके लिए वो रोपड़ जेल से मोहाली कोर्ट पहुंचा था. रोपड़ जेल से मोहाली कोर्ट तक मुख्तार को यूपी नंबर की एक निजी एंबुलेंस से लाया गया. छानबीन करने पर पता चला कि वो एंबुलेंस यूपी में बाराबंकी के एक निजी अस्पताल के नाम पर रजिस्टर्ड है.
एंबुलेंस का नंबर यूपी 41 एटी 7171 है. यूपी में एंबुलेंस सेवा प्रदान करने वाली कंपनी का बयान है कि मुख्तार अंसारी को मोहाली कोर्ट ले जाने वाली एंबुलेंस उत्तर प्रदेश के किसी भी सरकारी अस्पताल से नहीं जुड़ी है. अब इस मामले को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है. गाजीपुर की मुहम्मदाबाद विधानसभा से बीजेपी विधायक अलका राय ने सवाल उठाते हुए ट्वीट कर डाला.
@RahulGandhi और @priyankagandhi जी की सरकार के माफ़िया डॉन मुख़्तार को बचाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। आज जिस तथाकथित एंबुलेंस में मुख़्तार अंसारी को कोर्ट में पेश किया गया वह तथाकथित एम्बुलेंस मुख़्तार अंसारी को किसने मुहैया करायी इसकी जाँच होनी चाहिए।
उधर, बसपा सांसद अतुल राय ने बसपा विधायक मुख्तार अंसारी से खुद को जान का खतरा बताया है. बसपा सांसद ने मुख्यमंत्री से लेकर प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी तक को इस संबंध में एक पत्र लिखा है. जिसमें अतुल राय ने कहा है कि नैनी जेल में मुख्तार के आने से उनकी जान को खतरा होगा.
सांसद ने अपने पत्र में वाराणसी, सोनभद्र से लेकर मऊ तक के कई मामलों का उल्लेख किया है. उन्होंने पत्र लिखकर मुख्तार को नैनी जेल में शिफ़्ट ना करने की मांग की है. दरअसल, बसपा सांसद अतुल राय भी प्रयागराज की नैनी जेल में ही बंद हैं. उनके खिलाफ रेप का मामला चल रहा है.