राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू यादव के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है. लालू यादव को दुमका कोषागार से 3.13 करोड़ रुपये की निकासी के मामले में झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है. वह फिलहाल चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे हैं.
चारा घोटाला मामले से संबंधित अन्य मामलों में लालू यादव को पहले से जमानत मिली हुई है. चईबासा और देवघर कोषागार मामले में लालू को पहले से ही जमानत मिली हुई है. दोरांडा कोषागार के मामले में अब भी ट्रायल जारी है. अब लालू यादव के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है.
लालू यादव को सात साल की जेल की सजा सुनाई गई थी. लालू आधी सजा काट चुके हैं जिसके बाद उन्हें जमानत दी गई है. जस्टिस अप्रेश सिंह ने लालू यादव 42 महीने और 11 दिन जेल में रहे हैं. यह आधी सजा से ज्यादा का समय है. उन्होंने कहा कि लालू यादव एक-एक लाख के दो सिक्योरिटी बॉन्ड और आईपीसी और पीसी एक्ट के तहत पांच-पांच लाख का जुर्माना भरने के बाद जेल से बाहर आ सकेंगे.
लालू यादव के बेटे तेज प्रताप ने ट्विटर पर लिखा है, ”गरीबों, वंचितों, पिछड़ों का रहनुमा आ रहा है.बता दो अन्याय करने वालों को हमारा नेता आ रहा है.
गौरतलब है कि पिछली 23 जनवरी को लालू प्रसाद की तबीयत ज्यादा बिगड़ जाने के बाद रिम्स के मेडिकल बोर्ड ने उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में बेहतर इलाज के लिए अनुशंसा की थी, जिसके बाद आनन फानन में लालू को एक महीने के लिए एम्स भेजने की अनुमति जेल प्रशासन ने दी थी.
बता दें कि 72 वर्षीय लालू प्रसाद को करीब 18 तरह की बीमारियां हैं. इनमें टाइप टू डायबिटीज, हाइपरटेंशन, पेरिएनल एब्सेस, किडनी इंज्यूरी एंड क्रोनिक किडनी डिजीज, पोस्ट वॉल्व रिप्लेसमेंट, प्रोस्थेटिक हाइपर प्लेसिया, सेकेंड्री डिप्रेशन, लो बैक डिफ्यूज डिस्क, लेफ्ट आई इमैच्योर कैटरेक्ट, राइट लोवर पोल रेनल, प्राइमरी ओपन एंगल ग्लूकोमा, हाइट्रोजेनस थैलेसिमिया, विटामिन डी डिफिशिएंसी समेत ग्रेड वन फैटी लिवर की बीमारियां शामिल हैं