उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एसपी आवास के सामने स्थित जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में जमकर हंगामा हुआ. यहां एक मरीज के साथ आए कुछ शराबियों ने जमकर उत्पात मचाया. बताया गया है कि डॉक्टरों के साथ मारपीट की गई. अस्पताल में रखी टेबल, कुर्सियों और फर्नीचर को तोड़ दिया गया.
मरीजों के लगे ऑक्सीजन सिलेंडर को फेंक दिया. शोरगुल हुआ, भगदड़ मची, लेकिन अस्पताल के बाहर स्थित चौकी पर मौजूद कुछ पुलिसकर्मी इनको रोकने का साहस नहीं जुटा सके. बाद में सूचना पर पहुंचे अतरिक्त पुलिसबल ने मामला शांत कराया.
बताया गया है कि शहर के क्योटरा इलाके का एक मरीज अमर निषाद (23) शाम ट्रामा सेंटर लाया गया. परिजनों ने बताया कि अमर को बेहोशी की हालत में यहां लाए थे, डॉक्टरों ने सही समय पर इलाज नहीं किया, जिससे उसकी मौत हो गई.
वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि वह पहले ही मर चुका था. इलाज करने का समय ही नहीं मिला. डॉक्टर प्रदीप गुप्ता ने बताया कि उनके साथ मारपीट और धक्का मुक्का की गई. वह किसी तरह जान बचा कर वहां से भागे. परिजनों ने डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग करते हुए शव को बाहर जमीन पर रखकर हंगामा किया. जिला अस्पताल में यह हंगामा घंटों चलता रहा.
वहीं मौके पर पहुंचे सीओ सिटी राकेश सिंह ने बताया कि “अमर निषाद नाम के मरीज को उसके परिजन शाम 6 बजे जिला अस्पताल लाये थे. परिजनों का कहना है कि वह चक्कर खा के गिर गया. मृत्यु का कारण पोस्टमार्टम में स्पष्ट होगा. आक्रोशित परिजनों द्वारा अस्पताल स्टाफ से वाद विवाद किया गया है. सभी को समझा बुझा के रवाना किया गया है. परिजन इलाज में लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन का कहना है कि उन्हें इलाज का मौका ही नहीं मिला. अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. अस्पताल या परिजनों की तरफ से अगर कोई तहरीर आती है तो कार्रवाई की जाएगी.