योगी सरकार 2022-23 के माघ मेले को 2025 के महाकुंभ के रिहर्सल के तौर पर पेश कर रही है। माघ मेले की तैयारियों को लेकर प्रयागराज पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पहले सर्किट हाउस में मेले से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसके बाद उन्होंने संगम तट पर पहुंचकर माघ मेले की तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस मौके पर डिप्टी सीएम वीआईपी घाट से बोट के जरिए गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी पर पहुंचे। यहां पर डिप्टी सीएम ने गंगा पूजन किया और आरती कर मां गंगा और यमुना से माघ मेले के सकुशल और निर्विघ्न संपन्न होने की कामना भी की।
डिप्टी सीएम ने कहा कि 2025 के महाकुंभ के पहले 2022-23 और 2023-2024 का माघ मेला हमारे लिए ट्रायल के तौर पर है।
कोशिश यह की जा रही है कि 2025 के महाकुंभ की तैयारी में अनुभव की दृष्टि से कोई कमी न रहे। डिप्टी सीएम ने कहा है कि सभी तैयारियां मुकम्मल की जा रही है और जो कमियां है उसको दूर करने का भी बैठक कर अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। डिप्टी सीएम ने कहा है कि कोरोना के संभावित खतरे को लेकर भी माघ मेले में कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराया जाएगा।
डिप्टी सीएम ने कहा है कि 2023 के माघ मेले में भी साधु संतों, कल्पवासियों और यहां आने वाले श्रद्धालुओं को अविरल और निर्मल जल मिलेगा। उन्होंने कहा है कि
गंगा में जो बड़े-बड़े नाले गिरते थे उनको टैप करने या बंद करने का काम किया गया है। हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा का जो अविरल और निर्मल जल मिलता है। वही जल अब प्रयाग के संगम तट पर भी श्रद्धालुओं को मिल रहा है। उन्होंने कहा है कि 6 जनवरी से शुरू हो रहे माघ मेले के लिए बांधों से पर्याप्त पानी छोड़ा गया है जो समय पर यहां पहुंच जाएगा।