महाकुंभ: एनडीआरएफ बचाव कार्मिक बने देवदूत,बचाई दस अनमोल जिंदगियां

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तीर्थ राज प्रयागराज में महाकुंभ मेला अपनी भव्यता और दिव्यता की अलौकिक छटा बिखेर कर आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर रहा है। सभी श्रद्धालु त्रिवेणी संगम तट पर पवित्र जल में डुबकी लगा कर अपने जन्म को सफ़ल बना रहे है। लोगों की आस्था और विश्वास में किसी भी प्रकार की कोई बाधा न हो इसी प्रयास में एनडीआरएफ के टीमें उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के दिशा निर्देश में सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर आधुनिक उपकरणों और विशेष रूप से प्रशिक्षित बचाव कार्मिकों के साथ तैनात है। इसी मुस्तैदी और सजकता के कारण ही आज सुबह 1130 बजे किला घाट(यमुना नदी) के पास एक बड़ी दुर्घटना होने से बच गई जब एक नाव जो कि दस श्रद्धालुओं को लेकर जा रही थी अचानक अनियंत्रिय होकर लगभग 35-40 फीट की गहराई में डूबने लगी तथा सवार लोगों द्वारा चीख पुकार मचा कर मदद की गुहार लगाई जाने लगी,मौके पर ही एनडीआरएफ की टीम द्वारा पानी में नियमित गश्त लगाई जा रहा था इस विषम परिस्थिति को देखते ही एनडीआरएफ बचाव कार्मिकों द्वारा बिना समय गंवाए नदी में छलांग लगा कर सभी डूबते हुए श्रद्धालुओं को सुरक्षित बचा कर बाहर निकल लिया गया।
एनडीआरएफ के बचावकर्मिको द्वारा किया गया इस साहसिक और निस्वार्थ प्रयास के परिणाम स्वरूप महाकुंभ में आए हुए दस श्रद्धालुओं के जीवन को बचाया जा सका। इस अदभुत बचाव कार्य को घाट पर उपस्थित सभी लोगों ने देखा और उसकी हृदय से प्रशंसा की। इस अवसर पर उपमहानिरीक्षक श्री मनोज कुमार शर्मा ने सभी श्रद्धालुओं को विश्वास दिलाते हुए कहा कि आप सब बिना किसी भय और डर के श्राद्ध पूर्वक स्नान करे आपकी सेवा और सुरक्षा की जिम्मेदारी एनडीआरएफ की है।
सुरक्षित बचाए गए लोगों का विवरण :

  1. औरव ,बिहार
  2. संजय,बिहार
  3. पिंटू सिंहा ,बिहार
  4. उमेश ,बिहार
  5. अमरेन्द्र कुमार ,बिहार
  6. रीना पत्नी विकाश, इंदौर
  7. विकाश कुमार, इंदौर
  8. सुरेश,बिहार
  9. विनोद,बिहार
  10. अजय कुमार,बिहार
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