अपने होटलों में सुरक्षा व्यवस्था मानकों की स्वतः समीक्षा करें होटल उद्यमीः नन्दी
ताकि खामियों व कमियों को दूर कर आपातकाल में अतिथियों की बचाई जा सके जान
मंत्री नन्दी ने प्रयागराज के होटल उद्यमियों के साथ की बैठक
जांच व कार्रवाई के नाम पर होटल उद्यमियों का उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश
उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने पिछले दिनों लखनऊ के होटल लेवाना में घटित हुए अग्नि कांड को लेकर प्रयागराज में होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों व होटल उद्यमियों के साथ बैठक की। जिसमें मंत्री नन्दी ने होटल उद्यमियों से कहा कि अग्निशमन से सम्बंधित सभी सुरक्षा मानकों का पालन करना सभी होटल उद्यमियों की जिम्मेदारी है, ताकि अगर कभी कोई दुर्घटना होती है, तो उससे निबटा जा सके और होटल में रह रहे अतिथियों को सुरक्षित बचाया जा सके। जान माल की क्षति न हो और होटल व्यवसाय प्रभावित न हो इसके लिए जरूरी है कि सभी सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा जाए।
मंत्री नन्दी ने होटल उद्यमियों से कहा कि विभागीय स्तर से किसी अधिकारी या फिर कर्मचारी द्वारा अवांछनीय तरीके से किसी होटल उद्यमी को प्रताड़ित किया जाता है, परेशान किया जाता है तो इसकी जानकारी दें। तत्काल ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन सुरक्षा मानकों का पालन करना प्रत्येक होटल उद्यमी का कर्तव्य है, इसमें लापरवाही न बरती जाए।
मंत्री नन्दी ने कहा कि प्रयागराज ही नहीं, बल्कि लखनऊ के साथ ही अन्य जनपदों के अधिकारियों को भी सख्त निर्देश दिया गया है कि जांच और कार्रवाई के नाम पर किसी भी होटल उद्यमी का उत्पीड़न न किया जाए।
बल्कि सभी उद्यमियों के साथ सहयोग लेकर जनजागरण किया जाए, ताकि सुरक्षा मानकों में कहीं कोई कमी या खामी है तो उसे दुरूस्त कर लिया जाए।
मंत्री नन्दी ने कहा कि सुरक्षा के नियमों, उपकरणों की पूरी जानकारी होटल उद्यमियों व वहां कार्य कर रहे कर्मचारियों को दी जाए, इसके निर्देश सभी अधिकारियों को दिए गए हैं।
मंत्री नन्दी ने कहा कि होटल उद्यमियों ने वर्तमान में अपने होटलों में सुरक्षात्मक क्या-क्या उपाय किए हैं, किन मानकों के साथ ही उपकरणों को अपनाया है इसका पूरा नक्शा बना कर डिटेल के साथ अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को स्वयं दें। अपने होटलों में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा स्वतः करें, ताकि किसी भी अननहोनी की स्थिति में होने वाली जनहानी व अन्य तरह की हानि को कम किया जा सके।
होटल उद्यमियों ने कहा कि बहुत से होटल विकास प्राधिकरण से पहले के बने हैं, जो 60-70 वर्ष पुराने हैं और पुराने शहर में स्थित हैं, मुख्य समस्या ऐसे होटल संचालकों के लिए है, जो प्राधिकरण बनने के बाद निर्धारित होटल निर्माण सम्बंधित मानकों को पूरा नहीं करते हैं। जिस पर होटल संचालकों को होटल सील करने की धमकी दी जा रही है, अगर ऐसा हुआ तो कई होटल संचालक रोड पर आ जाएंगें। जिस पर मंत्री नन्दी ने कहा कि पुराने होटलों के निर्माण मानकों में कमियां हो सकती हैं, लेकिन सुरक्षात्मक उपाय तो पुराने होटलों में भी बेहतर तरीके से किए जा सकते हैं, इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
बैठक में प्रयागराज होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सरदार हरजिंदर सिंह, सचिव अशोक गुप्ता, अनिल कुमार गुप्ता अन्नू भैया, ज्योति गुप्ता, राना चावला आदि उपस्थित रहे।
मंत्री नन्दी ने इंडस्ट्री के लोगों से भी मुलाकात की। कहा कि सरस्वती हाईटेक सिटी में वरूण बेवरेजेज द्वारा स्थापित होने जा रहे 1000 करोड़ के निवेश की जानकारी दी। कहा कि इससे प्रयागराज में रोजगार के अववसर खुलेंगे। यहां के युवाओं को रोजगार मिल सकेगा।
तेलियरगंज स्थित मोती लाल नेहरू इंजीनियरिंग कॉलेज के औद्योगिक शेड्स के उद्यमियों व स्टेक होल्डर्स ने भी औद्योगिक विकास मंत्री नन्दी से मुलाकात की। जिन्होंने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि करीब 50 वर्ष से अधिक समय से वहां उद्योग कर रहे हैं। ऐसे में यहां से हटाया जाना उचित नहीं है। कहा कि उद्यमियों को हटाए जाने के बजाय नियमों में सुधार किया जाए।