ईसराइल और हमास के बीच संघर्षविराम के लागू होने के बाद इसराइल के क़ब्ज़े वाले पूर्वी यरूशलम में फ़लस्तीनी प्रदर्शनकारी और इसराइली सुरक्षाबलों के बीच शुक्रवार को नमाज़ के बाद एक बार फिर झड़प हुई है.
शुक्रवार को नमाज़ के वक्त सैंकड़ों की संख्या में फ़लस्तीनी मस्जिद के पास इकट्ठा हुए. प्रदर्शनकारी नारे लगे रहे थे और फ़लस्तीनी झंडे फहरा रहे थे.
इसराइली पुलिस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि नमाज़ के ख़त्म होने के बाद वहां “दंगे” जैसी स्थिति पैदा हो गई.
बयान में कहा गया है कि वहां जमा सैंकड़ों फ़लस्तीनी युवाओं ने सुरक्षाबलों पर पत्थर फेंकने शुरू किए जिसके बाद पुलिस कमांडर ने स्थिति पर क़ाबू पाने के लिए “दंगाइयों से निपटने” का आदेश दिया.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुरक्षाबलों ने लोगों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और स्टन ग्रैनेड का इस्तेमाल किया.
अल-अक़्सा मस्जिद के परिसर में हुई झड़पों के बाद इसराइल और फ़लस्तीनी गुट हमास के बाच ग़ज़ा में संघर्ष 10 मई को शुरू हुआ था. यहूदी और मुसलमान दोनों ही इस जगह को बेहद पवित्र मानते हैं. यहूदी इसे टेम्पल माउंट कहते हैं जबकि मुसलमान इसे हरम अल-शरीफ़ कहते हैं.
इधर हमास ने इसराइल को पीछे हटने की चेतावनी देते हुए उस पर रॉकेट के हमले शुरू किए, तो उधर इसराइल ने ग़ज़ा में हमास के ठिकानों को निशाना बनाने की बात करते हुए ताबड़तोड़ हवाई हमले किए.
11 दिनों के संघर्ष को बाद दोनों पक्षों के बीच शुक्रवार को संघर्षविराम लागू हुआ. मिस्र की मध्यस्थता में हुए इस संघर्षविराम के लिए राज़ी होने के बाद दोनों पक्षों ने अपनी जीत का ऐलान किया.
(भाषा इनपुट से)