गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. भाकियू के 200 अज्ञात कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज की गई है. यह एफआईआर बीजेपी नेता अमित बाल्मीकि की शिकायत पर दर्ज की गई, जिनके स्वागत के दौरान ही यह हंगामा हुआ.
दरअसल, बुधवार को भाजपा कार्यकर्ता अपने नेता अमित बाल्मीकि का स्वागत करने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे थे. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की वहां कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के साथ झड़प हो गई. दोनों ओर से डंडे चलने लगे. किसान अधिक थे, इसलिए वह भारी पड़े और भाजपा कार्यकर्ताओं को जान बचाकर भागना पड़ा.
अब इस मामले में बीजेपी नेता अमित बाल्मीकि की शिकायत पर 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ कौशाम्बी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. आईपीसी की धारा 147, 148, 223, 352, 427, 506 की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. बताया जा रहा है कि झड़प के दौरान पुलिस ने वीडियो भी बनाया था, जिसके आधार पर आरोपियों की शिनाख्त की जा रही है.
राकेश टिकैत ने दी धमकी
इस झड़प पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि भाजपा के लोग जानबूझकर हमारे मंच पर आ गए थे, अगर मंच पर आना है तो बीजेपी छोड़कर आओ, लेकिन यह दिखाना कि हमने गाजीपुर के मंच पर भाजपा का झंडा फहरा कर कब्जा कर लिया, यह गलत है, ऐसे लोगों के बक्कल उधेड़ दिया जाएगा, प्रदेश में फिर कहीं भी नहीं जा सकते हैं, याद रख लेना.
राकेश टिकैत ने कहा था कि अगर मंच पर झंडा लगाकर कब्जा करेंगे तो उनका इलाज करेंगे, हां मैं धमकी दे रहा हूं, मंच पर कब्जा करके किसी का स्वागत करेंगे, पुलिस की मौजूदगी में बीजेपी के लोग मंच पर कब्जा करना चाहते थे, अगर मंच इतना प्यारा है तो इस आंदोलन में शामिल हो जाओ, ऐसी बीमारी क्यों है.
किसान बहकावे में न आएं: भाकियू
किसानों से अपील करते हुए भारतीय किसान यूनियन ने कहा था, ‘भाजपा अब आंदोलन को हिंसा से तोड़ना चाहती है जिसका उदाहरण आज की गाजीपुर बॉर्डर पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा की गई हिंसा है, सभी किसानों से अनुरोध है इनके बहकावे में ना आएं और अपने आंदोलन को बचाए रखें.
(भाषा आज तक इनपुट से)