कोविड 19 वैक्सीन के लिए ऑनलाइन करा सकेंगे बुकिंग स्लॉट

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आज देशभर में वैक्सीनेशन के एक और फेज का आगाज हो रहा है. कोरोना के विरुद्ध वैक्सीन युद्ध के अगले चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग या फिर अलग अलग बीमारियों से जूझ रहे 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग कोरोना का टीका लगवा सकेंगे. सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी इसके इंतजाम किए गए हैं.

देश में 16 जनवरी को वैक्सीनेशन के पहले चरण का आगाज हुआ था. करीब डेढ़ महीने बाद अब इस महाटीकाकरण अभियान का दूसरा चरण आ गया है. इस चरण की खासियत ये है कि इस बार आम लोग भी टीका लगवा पाएंगे, जबकि पहला चरण सिर्फ कोरोना के खतरे का सबसे ज्यादा सामना करने वाले स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों और फ्रंटलाइन वर्कर को समर्पित था. पहले चरण में टीका सिर्फ सरकारी केंद्रों पर लगाए जा रहे थे लेकिन इस बार निजी अस्पतालों को भी इसमें शामिल किया गया है.

आज से कोरोना का टीका आम लोगों के लिए उपलब्ध हो गया है लेकिन अभी भी कुछ शर्ते हैं. जैसे…

60 साल से ज्यादा के बुजुर्गों को टीका लगाया जाएगा.
45 साल से ज्यादा के गंभीर बीमारी वाले भी टीका लगवा सकेंगे.
उम्र की गणना एक जनवरी 2022 के हिसाब से की जाएगी.
गंभीर बीमारी की सूची भी सरकार की ओर से जारी कर दी गई है.
गंभीर बीमारी वालों के लिए मान्यता प्राप्त डॉक्टर का सार्टिफिकेट जरूरी होगा.
केंद्र सरकार ने इस सार्टिफिकेट का प्रारूप भी जारी कर दिया है.
कोरोना के विरुद्ध वैक्सीन युद्ध की तैयारी पूरी हो चुकी है. आम आदमी तक कोरोना वैक्सीन पहुंचाकर महामारी के खिलाफ अभियान का अगला चरण शुरू किया जाएगा. अगर आप या आपके परिवार का कोई शख्स टीकाकरण के लिए जा रहा है तो कुछ जरूरी बातें गांठ बांध लीजिए. टीकाकरण केंद्र पर जाने से पहले वो दस्तावेज इकट्ठा कर लें जो वहां आपसे मांगा जाएगा. वो जरूरी दस्तावेज हैं…

आधार कार्ड या वोटर आईडी कार्ड में से कोई एक देना होगा.
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में लिए आधार कार्ड या वोटर आईडी कार्ड नहीं है तो फोटो आईडी कार्ड देना होगा.
ये प्रक्रिया वैक्सीनेशन के रजिस्ट्रेशन के लिए है और रजिस्ट्रेशन के बाद वैक्सीनेशन केंद्र पर भी ऑफिशियल आईडी कार्ड दिखाना होगा.
45 से 59 साल के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए बीमारी का सर्टिफिकेट भी देना होगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 20 बीमारियों की लिस्ट जारी की है.
इन बीमारियों में डायबिटीज (शुगर), हाइपरटेंशन, ल्यूकेमिया बोन मेरो, किडनी, लीवर,और हार्ट शामिल हैं.
वैक्सीनेशन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आसान
वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी अब आसान कर दी गई है. रजिस्ट्रेशन के लिए कोविन ऐप, आरोग्य सेतु ऐप की मदद ली जा सकती है. इसके अलावा ऑन साइट रजिस्ट्रेशन यानी आप वैक्सीन सेंटर पर जाकर खुद को रजिस्टर कर सकते हैं. यह सुविधा उन लोगों के लिए है, जिनके पास स्मार्टफोन या इंटरनेट की सुविधा नहीं है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक CoWIN पोर्टल (cowin.gov.in.) के माध्यम से भी कोरोना वायरस वैक्सीनेशन के लिए अपॉइंटमेंट ले सकते हैं. साथ ही मंत्रालय ने बताया कि आम लोगों के लिए कोई CoWIN ऐप नहीं है बल्कि प्ले स्टोर पर मौजूद ऐप सिर्फ एडमिनिस्ट्रेटर्स के लिए है.

इस चरण में निजी अस्पतालों को वैक्सीन लगाने की इजाजत देने के साथ सरकार ने कुछ दिशा निर्देश भी जारी किए हैं, जिनका सख्ती से पालन करना जरूरी है. राज्यों से कहा गया है कि किसी भी हाल में बचाव के नियमों में ढील ना होने पाए ताकि संक्रमण के खतरे को बढ़ने से रोका जा सके.

निजी अस्पतालों में कीमत तय
केंद्र सरकार ने निजी अस्पतालों में टीके की कीमत भी तय कर दी है. इसके मुताबिक प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन के एक डोज के लिए 250 रुपये लिए जाएंगे, जिसमें 150 रुपये टीके और 100 रुपये सर्विस चार्ज के तौर पर होंगे. जबकि सरकारी अस्पतालों में कोरोना का टीका मुफ्त में ही दिया जाएगा.

टीकाकरण के इस नए अभियान का फायदा 27 करोड़ लोगों को मिलेगा. 12 हजार से ज्यादा सरकारी और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण को रफ्तार देने का जिम्मा दिया गया है. लेकिन मैक्स, अपोलो और फोर्टिस जैसे कुछ बड़े निजी अस्पताल इस अभियान में शामिल नहीं होंगे.

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