प्रयागराज शहर में कोरोनॉ का ग्राफ़ तेज़ी से बड़ा है 10 हज़ार जांच में प्रति दिन 15 सौ से 17 सौ पाज़ीटिव केस सामने आ रहे है आज भी कोरोनॉ के 1521 मरीजो की पुष्टि हुई है। संक्रमित मरीजो में सबसे ज़्यादा सॉस लेने में परेशानी हो रही है जिसकी वजह से ऑक्सीजन की डिमांड काफी बढ़ गई है अधिकतर मरीज घर मे ही आईसोलेट होकर इलाज करा रहे है ऐसे में उनको घर मे ही आक्सीजन लग रहा है । लेकिन मरीजो को ऑक्सीजन नही मिल रहा है नैनी के जिस प्लांट से ऑक्सिजन मिल रहा था अब वहां से सिर्फ हॉस्पिटल में ही ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है। लोग घण्टो इंतज़ार करते है और लाख मिन्नत के बाद भी उनकी कोई नही सुनता।
शहर में कोरोनॉ मरीजो का ग्राफ जिस तेजी से बड़ा है उससे अचानक ही ऑक्सीजन की डिमांड बड़ गईं लोग खाली सिलेंडर तक 30 हज़ार में बेच कर मुनाफा कमा रहे है जिसको ज़रूरत है वो खाली सिलेंडर खरीद रहा बाद में उसको रिफिल कराने के लिए ऑक्सीजन प्लांट पर लाइन लगा रहा लेकिन वहां भी उनको ये कह कर लौटा दिया जा रहा कि सप्लाई बंद हैं लोग अपनो के लिए सुबह से दोपहर तक ऑक्सीजन के लिए खड़े है ताकि शायद किसी का दिल पसीजे और उनके मरीज को कुछ सांसे मिल जाये ।
शहर में सरकारी और प्राईवेट अस्पताल मरीज़ों से फुल है ऐसे में बिचौलिए भी आपदा में अवसर का भरपूर इस्तेमाल कर रहे है । बिचौलिए किसी सेटिंग के ज़रिए काफी तादात में ऑक्सीजन लेकर ब्लैक भी कर रहे है । जिसके पास पैसा है वो तो 4 गुने दामो में ऑक्सीज़न खरीद ले रहा लेकिन जिसके पास ज़्यादा पैसे नही है उसकी सुनने वाला कोई नही है।