कोरोना के मामलों में आई कमी को देखते हुए उद्धव सरकार ने बड़ा फैसला किया है. महाराष्ट्र में 15 फरवरी से यूनिवर्सिटी और कॉलेज फिर से खोलने की इजाजत दे दी गई है. हालांकि यूनिवर्सिटी और कॉलेज कुछ शर्तों के साथ खोले जाएंगे. शिक्षा मंत्री के मुताबिक, रोटेशनल बेसिस पर 50 प्रतिशत अटेंडेंस के साथ ये आदेश दिया गया है.
कोरोना के मामलों में कमी को देखते हुए देश के अधिकतर राज्य 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा देने जा रहे छात्रों के लिए स्कूल खोल रहे हैं. कक्षाओं में कोरोना संक्रमण संबंधी सावधानियों को पूरी तरह अपनाया जा रहा है. स्टाफ और बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग और हाईजीन के नियमों का सख्ती से पालन करना होगा. छात्र-छात्राएं केवल अभिभावकों की स्वीकृति पत्र के साथ ही स्कूल में एंट्री पा सकेंगे.
बता दें कि महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्कूल 01 फरवरी से खुल चुके हैं. पुणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने 5वीं से 8वीं तक के स्कूल भी 01 फरवरी से खोलने की इजाजत दी थी.
वहीं यूपी सरकार भीअगले 10 दिनों में 6 से 12 के छात्रों के लिए कक्षाएं फिर से शुरू करने पर विचार कर सकती है. मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि स्थिति के पूर्ण मूल्यांकन के बाद ही कक्षाएं फिर से शुरू की जानी चाहिए. इसके अलावा स्कूल सभी आवश्यक कोविड-19 एसओपी का पालन करेंगे.
जैसे- जैसे देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थम रही है, फरवरी की शुरुआत से ही विभिन्न राज्यों में स्कूल खोले जा रहे हैं. गुजरात, हरियाणा, पंजाब और आंध्र प्रदेश समेत 10 राज्यों में एक फरवरी से स्कूल खोल दिए गए हैं. वहीं, अब राजस्थान और ओडिशा में भी 8 फरवरी से स्कूलों को फिर से खोलने की तैयारी है.