राजधानी दिल्ली में शुक्रवार की रात करीब साढ़े दस बजे भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए हैं. बताया जा रहा है कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.1 थी और इसका केंद्र पंजाब अमृतसर में सतह से 10 किलोमीटर नीचे था. भूकंप कुछ सेकेंड तक दिल्ली-एनसीआर व उसके आस-पास के इलाकों में महसूस होते रहे. दिल्ली के अलावा पंजाब, उत्तराखंड व आस-पास के इलाकों में भूकंप झटके महसूस होने पर कुछ लोग अपने घरों व दुकानों से बाहर भी निकल आए. बताते चले कि पिछले महीने के आखिर में भी दिल्ली-एनसीआर में झटके महसूस हुए थे.
भूकंप आने पर क्या करें
- अगर भूकंप के वक्त आप घर में हो तो फर्श पर बैठ जाएं.
- घर में किसी मजबूत टेबल या फर्नीचर के नीचे बैठकर हाथ से सिर और चेहरे को ढकें.
- भूकंप के झटके आने तक घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें.
- अगर रात में भूकंप आया है और आप बिस्तर पर लेटे हैं हैं तो लेटे रहें, तकिए से सिर ढक लें.
- अगर आप भूकंप के दौरान मलबे के नीचे दब जाएं तो किसी रुमाल या कपड़े से मुंह को ढंके.
- मलबे के नीचे खुद की मौजूदगी को जताने के लिए पाइप या दीवार को ठकठकाते रहें, ताकि बचाव दल आपको तलाश सके.
- अगर आपके पास कुछ ना हो तो चिल्लाते रहे हैं और हिम्मत ना हारें. भूकंप आने पर क्या ना करें
- भूकंप के वक्त अगर आप घर से बाहर हो तो ऊंची इमारतों और बिजली के खंभों से दूर रहें.
- अगर गाड़ी चला रहे हो तो उसे रोक लें और गाड़ी से बाहर ना निकलें. कोशिश करें कि किसी पुल या फ्लाइओवर पर गाड़ी खड़ी ना करें.
- भूकंप के समय अगर आप घर में हो तो बाहर ना निकलें.
- अगर आप भूकंप के वक्त मलबे में दब जाएं तो माचिस बिल्कुल ना जलाएं इससे गैस लीक होने की वजह से आग लगने का खतरा हो सकता है.
- भूकंप आने पर घर में हो तो चले या दौड़ें नहीं सही जगह ढूंढे और बैठ जाएं.
- घर के किसी कोने में चले जाएं और कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें.
- लिफ्ट के इस्तेमाल बचें और कमज़ोर सीढ़ियों का इस्तेमाल न करें. क्योंकि लिफ्ट और सीढ़ियां दोनों ही टूट सकती हैं.
- भूकंप में अगर मलबे में दब जाएं तो ज़्यादा हिले नहीं और धूल ना उड़ाएं. आपके आप-पास जो चीज़ मौजूद हो उसी से अपनी मौजूदगी जताएं.