भारतीय जनता पार्टी यानी BJP के राज्यसभा सांसदों राकेश सिन्हा, डॉ अनिल अग्रवाल आदि ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर बिल पेश किया है. संभावना है कि शुक्रवार 6 अगस्त को इनमें से किसी एक बिल पर चर्चा हो. कोशिश यह भी की जा रही है कि लोकसभा में भी कुछ BJP सांसद ऐसा ही प्राइवेट मेंबर बिल पेश करें. बिल में प्रावधान है कि दो से अधिक बच्चे पैदा करने वाले दंपति को अतिरिक्त छूट या लाभ न दिया जाए. बिल में दो से अधिक बच्चे पैदा करने पर सरकारी सुविधाओं से वंचित करने के प्रावधान का प्रस्ताव है.
गौरतलब है कि बीजेपी शासित राज्यों उत्तर प्रदेश और असम में जनसंख्या नियंत्रण और स्थिरता के लिए कई कदम उठाने का प्रस्ताव है. 15 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लाल किले से अपने भाषण में जनसंख्या नियंत्रण का जिक्र कर चुके हैं. राज्यसभा यानी उच्च सदन में बीजेपी को बहुमत नहीं है, ऐसे में किसी भी बीजेपी सदस्य को अपना बिल पारित कराने के लिए अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों के समर्थन की आवश्यकता होगी.
स्वतंत्र भारत के इतिहास में केवल 14 प्राइवेट मेंबर बिल कानून बने हैं लेकिन 1970 के बाद से कोई भी प्राइवेट मेंबर बिल कानून नहीं बना है. हाल ही में राइट टू ट्रासजेंडर पर्सन्स बिल राज्यसभा ने पारित किया था. गौरतलब है कि कोई भी सांसद जो मंत्री नहीं है, प्राइवेट मेंबर बिल ला सकता है.
(भाषा इनपुट से)