माहे रमज़ान की उन्तिसवीं बुधवार को ईद के चाँद के दीदार नहीं हुए। रोज़ादार अपने घरों की छतों व उँची इमारतों पर ईद के चाँद देखने को जमा रहे।मौसम साफ होने के बाद भी चाँद नज़र नहीं आया।अब शुक्रवार को ईद मनाई जाएगी।
ओलमाओं की ओर से चाँद को लेकर लोगों से अपील जारी की गई थी के चाँद की तस्दीक़ होने पर जारी किए गए नम्बरों पर चाँद होने की शहादत सबूत के साथ पेश करें।लेकिन माहे रमज़ान के उन्तिस रोज़े मुकम्मल होने पर ज़्यादातर लोग रोज़ा ईफ्तार के बाद छतों व उँची इमारतों पर चाँद देखने को जमा रहे।हर कोई चाँद देखने को उत्सुक नज़र आया।लेकिन चाँद के दीदार नहीं हुए।
उम्मुल बनीन सोसाईटी के महासचिव सै०मो०अस्करी के मुताबिक़ देश मे कहीं से भी चाँद होने की तसदीक़ नहीं होने पर गुरुवार को माहे रमज़ान का तीसवाँ रोज़ा होगा और शुक्रवार को ईद मनाई जाएगी।
ओलमाओं ने अहले इस्लाम से कोविड गाईड लाईन पर अमल करने की अपील की कहा कोई भी मस्जिदों का रुख न करे जो भी पाँच लोग प्रतिदिन की नमाज़ मे मस्जिदों मे नमाज़ अदा करते रहे हैं वही मस्जिदों मे जाएँ बाक़ी लोग घरों मे ईद की नमाज़ का ऐहतेमाम करें।
मास्क लगा कर और सरकारी गाईड लाईन को मानते हुए ही हम कोरोना से जंग जीत सकते हैं।शासन प्रशासन का सहयोग करें भीड़ से बचने की कोशिश करें।अनावश्यक बाहर न निकलें और ईद पर भी किसी दोस्त अहबाब को घर पर आने की दावत न दें।हम जब कोरोना से जंग जीत लेंगे तो आईन्दा साल खुशियों भरी ईद भी मनाएँगे.