प्रयागराज ब्यूरो, बिना जांच पड़ताल के ही बिहार से दिल्ली जा रहे मदरसे के 5 बच्चों के साथ एक मौलाना को पकड़ कर जेल भेज दिया सूचना मिलते ही अल्पसंख्यक शहर कांग्रेस कमेटी हरकत में आई जिन्हें बुधवार को जेल से रिहा करा लिया गया।
अल्पसंख्यक महानगर अध्यक्ष अरशद अली ने बताया कि 26 जून को बिहार से दिल्ली जाते समय प्रयागराज जीआरपी ने पूर्णिया बिहार के रहने वाले मौलाना शम्सुल हक़ को चार बच्चों नूर मोहम्मद, दिलनवाज़ रब्बानी, ग़ुलाम रब्बानी, और दानिश रज़ा को ट्रेन से यह कहे कर उतार लिया के इन बच्चों को तस्करी के तहत दिल्ली ले जाया जा रहा है और जीआरपी ने बिना जांच पड़ताल के ही मुक़द्दमा दर्ज कर के बच्चों को बालसुधार गृह भेज दिया जबकि मौलाना को सेन्ट्रल जेल नैनी भेज दिया।
इस मामले की सूचना जैसे ही अल्पसंख्यक प्रदेश अध्यक्ष शहनवाज़ आलम को लगी उन्होंने तुरन्त नगर अध्यक्ष अरशद अली से संपर्क करके मौलाना समेत सभी बच्चों को इन्साफ़ दिलवाने के निर्देश दिये जिससे कि नगर के सभी कांग्रेसी नेताओं और समाजसेवी उमर खालिद ने लड़ाई लड़नी शुरू कर दी जिसमें कामयाबी हासिल करते हुए बुधवार को बच्चों को छुड़ा लिया गया है,।
बताया जाता है कि इन सभी बच्चों को मौलाना शम्सुल हक़ ही मुरादाबाद के एक मदरसे में रख कर दीनी तालीम देने के साथ साथ भरणपोषण का दायत्व भी ख़ुद ही निभा रहे हैं यह बच्चे बिहार में मौलाना के आस पड़ोस के ही हैं जिसमे एक बच्चा दानिश रज़ा मौलाना का सगा भांजा भी इस काम में डट कर साथ देने के लिए अरशद अली ने एपीसीआर इलाहाबाद अधिवक्ता मंच के शम्सुल सिद्दीकी, काशान सिद्दीक़ी, अधिवक्ता अब्दुल ज़रार ख़ान, और अधिवक्ता अक़ीब अख़्तर ख़ान का ह्रदय से आभार व्यक्त किया।
अरशद अली ने कहा की अल्पसंख्यक कांग्रेस उन मौलाना लोग को भी छुड़ाने का काम करेगी जिनको बेकसूर जेल भेजा गया है।
इसमें शामिल एआईसीसी सदस्य तस्लीम उद्दीन पीसीसी सदस्य फूजेल हाशमी पूर्व प्रवक्ता जावेद ऊर्फी प्रदेश सचिव इरफ़ान उल हक जिला अध्यक्ष यमुना पार परवेज़ सिद्दीकी अंजुम नाज हाजी सरताज नूरूल कुरेशी साबिर फरीदी तालिब अहमद नाज खान महफूज अहमद अरमान कुरेशी आदि।