अल कौसर सोसायटी द्वारा केंद्रीय कारागार नैनी में बंद निरुद्ध कैदी को जेल से मुक्त कराया गया। 19 वर्षीय अमन केंद्रीय कारागार में बाल बैरिक में था,अमन नशे की बुरी लत के कारण गलत संगत में पड़ गया था।अमन(परिवर्तित नाम) आई . पी. सी. की धारा 379/411/419 में जेल में था अमन के साथ दो अन्य अभियुक्त और थे जिनकी जमानत 27 जनवरी 2020 को हो गई थी परंतु अमन के परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह जेल में था।
संस्था की अध्यक्ष नाजिया नफीस ने बताया कि संस्था के माध्यम से अमन की मां उनसे मिली और उन्हें अपनी दयनीय स्थिति से अवगत कराया और निवेदन किया कि वह उनके पुत्र को कारागार से बाहर निकलवा दें। चूंकि मामला जीआरपी पुलिस का था नाजिया ने
रेलवे मजिस्ट्रेट डॉक्टर उत्सव राज और जेल प्रशासन से बात करके फाइल को जेल लोक अदालत में लगवा कर मामले का निस्तारण करवाया।
अमन की एक फाइल का निस्तारण जनवरी में जेल लोक के दौरान हुआ और दूसरी मुकदमे का निस्तारण मार्च में हुआ।दोनों मुकदमों में एक-एक हजार रुपए का जर्माना रेलवे मजिस्ट्रेट द्वारा लगाया गया जिसका भुक्तान अल कौसर सोसायटी की अध्यक्ष नाजिया नफीस द्वारा किया गया।
नाजिया जेल से निकलने के बाद बच्चे और उनसे जा कर मिली, उन्हों बच्चे की काउंसलिंग किया और बच्चे व उसके परिवार को आश्वासन दिया कि उनका मार्गर्शन उन्हें मिलता रहेगा।