शबेरात की रात अपने पुरखों की कब्रों पर फातेहा पढ़ने पहुंचे लोग।

शबेरात की रात अपने पुरखों की कब्रों पर फातेहा पढ़ने पहुंचे लोग। इबादत की रात शब-ए-बरात…

सियाह रात नहीं लेती नाम ढलने का, यही तो वक्त है सूरज तेरे निकलने का -माननीय न्यामूर्ति श्री क्षितिज शैलेन्द्र

सियाह रात नहीं लेती नाम ढलने का, यही तो वक्त है सूरज तेरे निकलने का -माननीय…

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