प्रयागराज। करबला की शहादत की याद में मोहर्रम की 9 तारीख को चक रौजा से शानो शौकत से उठने वाला मासूम अली असगर का झूला इस बार नहीं उठेगा।
चांदी का झूला, सोने के पंजे वाला झूले में कंधा देने को हज़ारों अकीदतमंद आते हैं। झूला बहादुरगंज चौक होते हुए सब्जी मंडी में गुलाम रसूल के इमामबाड़े तक आता है।
इस बार मोहर्रम झूला कमेटी के संयोजक गुलाम रसूल के साहबजादे गुलाम नबी व नबी गुलाम मोहम्मद की अध्यक्षता में यह तय हुआ कि हजरत मालूम अली असगर के झूले को इमामबाड़े मे ही रखा जाएगा। अगले साल से फिर शानोशौकत उठेगा इस मोहर्रम की 9 तारीख सोमवार 8 जुलाई को हजरत मासूम अली असगर की याद में फातिहा नियाज होगी।
झूला को बनारस से आकर कारीगर फूलो से सजाकर रखा जाएगा। इमामबाड़े पर अकीदतमंदों के लिए इंतेज़ाम रहेगा। सूचना युवा कमेटी के संयोजक गुलाम मोहम्मद ने दी।