महंत नरेन्द्र गिरी आत्महत्या मामला,सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई
आनन्द गिरी की याचिका पर माननीय सुप्रीमकोर्ट जस्टिस दीपाकर दत्ता और जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा की पीठ ने याचिकाकर्ता के वकील प्रशांत भूषण, रेनू पांडे और एओर विपिन नायर दलील सुनने के बाद यूपी सरकार और मामले की जाँच करने वाली सीबीआई अमरगिरी पवन महाराज को नोटिस जारी किया ।
सुप्रीम कोर्ट ने अन्तरराष्ट्रीय योगगुरु आनंदगिरी की उस याचिका पर उत्तरप्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है जिसमें उन्होने उत्त्रप्रदेश की चित्रकूट जेल से मध्यप्रदेश की जबलपुर जेल में स्थान्तरित करने की मांग की है आनन्द गिरी का कहना है कि उन्हें जान का खतरा है वह चित्रकूट जेल में बन्द है उन्हें चिञकूट जेल मे जेल प्रशासन के द्वारा प्रताडित किया जा रहा है।
झूठा मामला दर्ज कर अपराधिक षडयंत्र रचा गया
याचकाकर्ता ने दावा किया कि कुछ लोगो ने उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज कर अपराधिक षडयंत्र रचा गया। उसे पता चला कि भू-माफिया, जिनमें राजनेता प्रभावशाली लोग अधिकारी आदि शामिल हैं ने बाधंबरी गद्दी और हनुमान मंदिर की जमीन की बिक्री से अनुचित लाभ उठाया और उसने इस संबंध में समय-समय पर खुलासे किए यह भी आरोप लगाया है कि उसे अपने वकील से मुलाकात एवं अपनी इस समस्या को बताते से वंचित किया जा रहा है।