अखिलेश यादव ने की अटाला हिंसा के मास्टरमाइंड से मुलाकात, तस्वीर वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर घिरे
प्रयागराज। संगम नगरी प्रयागराज में पौने दो साल पहले बीजेपी नेत्री नूपुर शर्मा के बयान के बाद हुई हिंसा के मास्टरमाइंड बताए गए जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप ने सपा मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात की है। जावेद पंप की अखिलेश यादव से यह मुलाकात बृहस्पतिवार को लखनऊ स्थित पार्टी दफ्तर में हुई है। हिंसा का आरोपी जावेद पम्प तीन दिन पहले ही जमानत पर जेल से छूटा है।
वह पिछले करीब पौने दो सालों से यूपी की देवरिया जेल में बंद था। जावेद पंप को चार दिन पहले ही इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। हिंसा के कुछ घंटे बाद ही जावेद पंप का आलीशान मकान बुलडोजरों से जमींदोज कर दिया गया था।
जावेद पंप के साथ अखिलेश यादव से मुलाकात करने वालों में प्रयागराज के सपा नेता संदीप यादव और पार्षद अब्दुल समद भी शामिल है। यह दोनों लोग भी फोटो में नजर आ रहे हैं। सपा नेता संदीप यादव ने ही यह मुलाकात कराई है। संदीप प्रयागराज की उत्तरी सीट से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके है। जावेद पंप की बेटी आफरीन फातिमा भी मुलाकात में साथ थी। आफरीन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट लीडर रही है।
बीजेपी नेत्री नूपुर शर्मा के बयान के बाद 10 जून 2022 को प्रयागराज के अटाला इलाके में जमकर हिंसा हुई थी। कई घंटे तक पथराव हुआ था। पुलिस और प्रशासन की गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ कर कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। प्रशासन ने हिंसा का मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप को माना था।
जावेद पंप के खिलाफ हिंसा से जुड़े कई मुकदमे दर्ज किए गए थे। जावेद पंप के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई थी ।
जावेद पंप गैंगस्टर एक्ट में जमानत मिलने के बाद चार दिन पहले ही जेल से छूटा है। हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद की अखिलेश यादव के साथ मुलाकात की फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। वायरल तस्वीर पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर कमेंट करते हुए लिखा है, अखिलेश यादव का हाथ अपराधियों के साथ।
एक यूजर ने लिखा है अखिलेश यादव की कुछ तो मजबूरियां रही होगी, वरना कोई यूं ही कोई अपराधियों के साथ नहीं खड़ा होता। हालांकि जावेद पंप की अखिलेश यादव से मुलाकात कराने वाले सपा नेता संदीप यादव का कहना है कि किसी को अदालत से दोषी ठहराए बिना अपराधी कहना उचित नहीं है। जावेद पंप पर अभी सिर्फ आरोप है। सरकार ने उनके घर पर बुलडोजर चला कर परिवार के साथ ज्यादती की थी। जावेद पंप अपनी इसी पीड़ा को साझा करने के लिए अखिलेश यादव से मिले हैं।
माना यह जा रहा है कि जावेद पंप जल्द ही समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकता है।समाजवादी पार्टी में उसे कोई जिम्मेदारी भी मिल सकती है। 10 जून 2022 को हुई हिंसा के बाद 12 जून को जावेद पंप के आलीशान मकान पर बुलडोजर चला था।
सरकारी अमले ने करेली इलाके में स्थित मकान को बुलडोजरों से जमींदोज कर दिया था।