कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की दस्तक के बीच केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि वे कोरोना संक्रमण के इलाज में इस्तेमाल होने वाली आठ महत्वपूर्ण दवाओं का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित कर ले।
मामलों में बढ़ोतरी की आशंका के मद्देनजर राज्यों को अस्पतालों की तैयारियों की समीक्षा करने की सलाह भी सरकार की ओर से दी गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए ओमिक्रोन वैरिएंट के जाखिमों के मद्देनजर जन स्वास्थ्य की तैयारियों और टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों और एनएचएम के एमडी से यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि सभी अस्पतालों में पीएसए संयंत्र, वेंटिलेटर और आक्सीजन कंसंट्रेटर (Oxygen Concentrators) का परिचालन सुनिश्चित कर लें।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि केंद्र सरकार की ओर से दिए गए कई वेंटिलेटरों की अभी तक पैकिंग नहीं खोली गई है। यही नहीं उनका इस्तेमाल तक नहीं किया गया है। ऐसी घटनाओं की तुरंत समीक्षा करने की जरूरत है ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि सभी पीएसए, आक्सीजन कंसंट्रेटर (Oxygen Concentrators), आक्सीजन संयंत्र और वेंटिलेटर लगाए जाएं। यह भी छानबीन होनी चाहिए कि ये संयंत्र काम कर रहे हैं कि नहीं…
मालूम हो कि कोरोना के वैरिएंट पर काबू पाने के लिए पांच स्तरीय रणनीति बनाई गई है। इसमें टेस्टिंग, ट्रैकिंग, ट्रीटमेंट, टीकाकरण के साथ साथ उचित कोविड प्रोटोकाल का पालन करना भी शामिल है। राज्यों से कहा गया है कि कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए जांच बढ़ाएं और निगरानी पर ध्यान दें ताकि मरीजों की जल्द पहचान हो सके। राज्यों को सलाह दी गई है कि सभी जिलों में आरटी-पीसीआर जांच सुनिश्चित करें।
राज्यों से खास तौर पर ठंड के इस सीजन में श्वसन संबंधी और इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों पर नजर रखने को कहा गया है। राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को सभी अस्पतालों में सुविधाओं की तैयारियां सुनिश्चित करने के लिए भी सलाह दी गई। केंद्र सरकार की ओर से राज्यों से कहा गया है कि वे लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने के लिए तैयार रहें।