पुरामुफ्ती में प्रॉपर्टी डीलर जीशान अहमद उर्फ जानू पर फायरिंग के मामले में वांछित चल रहा अतीक अहमद का करीबी फैसल बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। वह अतीक व उसके बेटे अली के साथ नामजद था।
पुरामुफ्ती में प्रॉपर्टी डीलर जीशान अहमद उर्फ जानू पर फायरिंग के मामले में वांछित चल रहा अतीक अहमद का करीबी फैसल बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। वह अतीक व उसके बेटे अली के साथ नामजद था। चार महीने से वह पुलिस को छका रहा था। फैसल पिपरी के लौकी गांव के प्रधान का बेटा है। जिस मामले में उसकी गिरफ्तारी हुई, उसमें उसका भाई मैसर भी वांछित है। दो अगस्त को पुरामुफ्ती थाने में जीशान ने फैसल उसके भाई मैसर और अतीक अहमद समेत कुल 10 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
आरोप लगाया था कि वह अपने प्लॉट पर गया था तभी उस पर फायरिंग की गई। इस मामले में अतीक अहमद, उसके बेटे अली और गुर्गे अमन के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। जबकि मैसर समेत अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। एक आरोपी गोलू को हाईकोर्ट से राहत मिली हुई है।
साल बीतने को, हाथ नहीं आया माफिया का गुर्गा असाद
पुलिस अन्य आरोपियों पर तो कार्रवाई कर रही है लेकिन माफिया अतीक अहमद का सबसे खास गुर्गा असाद हाथ नहीं आ रहा है। वह पिछले एक साल से फरार चल रहा है। करेली थाने में 31 दिसंबर को पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में अतीक अहमद, उसके बेटे अली व अन्य आरोपियों समेत असाद पर भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसके बाद पूरामुफ्ती थाने में दर्ज हत्या के प्रयास के मामले में भी असाद को नामजद हुआ।
करेली थाने में ही दर्ज रंगदारी मांगने के एक अन्य मामले में भी वह अतीक अहमद के साथ आरोपी बनाया गया। इसके बावजूद अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। सूत्रों का कहना है कि उसे राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त है और यही वजह है कि तमाम चर्चाओं के बाद भी असाद पकड़ा नहीं जा सका। असाद माफिया अतीक अहमद का बेहद करीबी है और उसके प्रॉपर्टी डीलिंग समेत तमाम काम वही देखता है। माफिया के खिलाफ चले अभियान के दौरान उसका घर भी बुलडोजर से ढहाया गया था।