यूपी विधानसभा में आज “नजूल जमीन विधेयक” को लेकर बीजेपी के सामने उस समय असहज स्थिति उत्पन्न हो गयी जब उनके अपने विधायकों ने सरकार के विधेयक पर सवाल खड़े कर दिए.
नजूल जमीन के विधेयक का बीजेपी विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह और हर्ष वाजपेई ने विरोध किया.
बीजेपी विधायक हर्ष बाजपेई ने सदन में आरोप लगाया कि एक तरफ हम गरीबों को पीएम आवास देने की बात करते हैं तो दूसरी तरफ हजारों गरीब परिवार को उजाड़ने का विधेयक लाया गया है.
बीजेपी विधायक जब विधेयक के विरोध में बोलने लगे तो संसदीय कार्यमंत्री ने उन्हे टोका. तब विपक्ष ने शोर मचाया की बीजेपी विधायक को बोलने दिया जाए.
कुंडा के विधायक राजा भैया ने “नजूल जमीन विधेयक” का विरोध किया. राजा भैया ने कहा की लोग सड़कों पर आ जायेंगे. हाहाकार मच जायेगा.
नजूल जमीन विधेयक का विरोध करते हुए बीजेपी विधायक हर्ष वाजपेई ने नंद गोपाल नंदी, प्रवीण निषाद सबसे हामी भरवाई. उन्होंने वाजपेई को रोकने की जगह मूक सहमति देते रहे.
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना विचित्र स्थिति में फंस गए थे.