प्रयागराज गोवंश आश्रय स्थल पर जल-जमाव न होने पाये, भूसा-हरे चारे की पर्याप्त व्यवस्था रहे सुनिश्चित
जिलाधिकारी श्री संजय कुमार खत्री शुक्रवार को करछना के घटवा गांव में बनाये गये स्मृति वाटिका तथा केचुहा गांव में गोवंश आश्रय स्थल का निरीक्षण किया।
इस अवसर पर डीसी मनरेगा श्री कपिल कुमार ने बताया कि स्मृति वाटिका में कुल 480 पौधे लगाये गये है। स्मृति वाटिका में लगाये गये पौधों की सिंचाई एवं उनके संरक्षण हेतु की गयी व्यवस्था के बारे में जानकारी लेते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि यहां पर कुछ और पौधों का रोपण किया जाये।
डीसी मनरेगा ने कहा कि इस बार भी 250 स्मृति वाटिका बनायी गयी है। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने करछना में ही केचुहा गांव में बनाये गये गोवंश आश्रय स्थल का भी निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने गोवंश आश्रय स्थल पर भूसा एवं हरे चारे की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था बनाये रखने तथा गोवंश आश्रय स्थल पर किसी भी स्थिति में जल-जमाव न होने देने के लिए निर्देशित किया है।
जिलाधिकारी ने गोवंश आश्रय स्थल पर संरक्षित गोवंशों का शत-प्रतिशत टीकाकरण किए जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि गो संरक्षण केन्द्र पर जिन पशु पालक की ड्यूटी लगायी गयी है, वे अनिवार्य रूप से वहां पर रात्रि निवास करें। जिलाधिकारी ने गोवंश आश्रय स्थल पर गोवंशों को गुड़ खिलाया। उन्होंने गोवंशों के स्वास्थ्य की जानकारी लेते हुए सम्बंधित पशुचिकित्सक को नियमित रूप से गोसंरक्षण केन्द्र का भ्रमण करते हुए संरक्षित गोवंशों का स्वास्थ्य परीक्षण नियमित रूप से करने के लिए कहा है।
जिलाधिकारी ने मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डाॅ0 आर0पी0 राय को और गोशालाओं का निरीक्षण करने के लिए कहा है, जिसके क्रम में उन्होंने पनासा गोवंश आश्रय का निरीक्षण किया, जिसमें कुल 38 गोवंश थे, सभी स्वस्थ पाये गये। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर गोवंश आश्रय स्थल पर पौधरोपण भी किया।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी श्रीमती रेनू सिंह, डी0सी0 मनरेगा श्री कपिल कुमार, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डाॅ0 आर0पी0 राय, वीडीओ करछना डाॅ0 डी0के0 पाण्डेय, खुशबू कनौजिया सहित सभी सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।