सोने के नकली गहनों को रख बैंक से लोन उठाने के मामले में आभूषण कारोबारी शामिल

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HDFC बैंक में नकली सोना रख गोल्ड लोन लेने की जालसाजी के मामले में मुट्ठीगंज के एक आभूषण कारोबारी का नाम भी सामने आ गया है। सोने के नकली गहनों को रख बैंक से लोन उठाने का यह फ्राड सिविल लाइंस के दो और बैंकों से किया गया।

इस चर्चित मामले में पुलिस की जांच में कई नए राज खुले हैं। मामले में पंद्रह लोगों पर मुकदमा दर्ज है। उसमें से 11 लोगों ने जो गहने आदि बैंक में गिरवी रखे थे, वह हूबहू हैं। इस ऑटीफिशियल ज्वैलरी को मुट्ठीगंज के आभूषण कारोबारी ने ही मुहैया कराया था। अब तक की जांच में साफ हुआ कि बैंक वैलुअर और व्यवसायी की मिलीभगत से यह खेल खेला गया। हालांकि पहले वैलुअर फरार हुआ अब उसका परिवार भी घर छोड़कर भाग गया है। पुलिस ने संदिग्ध कारोबारी को पूछताछ के लिए बुलाया है।

नए तरीके की इस ठगी जिन पंद्रह लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है, उसमें से सभी ने अपना बयान दर्ज करा दिया है। इसमें 11 लोगों ने पुलिस को बताया है कि उन्हें व्यवसायी ने गहने दिए थे। कहा था कि बैंक जाकर कुछ फार्म भरना है। कुछ रुपये मिल जाएंगे। इन लोगों से गलतियां यह हुई कि सभी ने अपनी आईडी और अन्य दस्तावेज बैंक में जमा करा दिया। जांच के दौरान कोतवाली पुलिस को पता चला कि सिविल लाइंस के एक बैंक और एक गोल्ड लोन कंपनी में भी जालसाजी का यह खेल खेला गया। ठगी में भी वैलुअर की भूमिका ही रही। नकली गहनों के मिलान से भी यह साफ हुआ कि 11 परिवार एक ही तरह के गहने कहां रखे हो सकते हैं। ऐसे में किया धरा वैलुआर और आभूषण कारोबारी का ही है। जांच कर रहे चौकी प्रभारी आकाश सचान का कहना है कि हम तह तक पहुंच गए हैं। गिरफ्तारी कर जल्द पर्दा उठा दिया जाएगा।

क्या था मामला

मामला एचडीएफसी बैंक की जोरो रोड, (शिवचरन लाल रोड) शाखा से जुड़ा है। 27 जुलाई काे बैंक के लोकेशन मैनेजर मुकेश कुमार ने कोतवाली में बैंक वैलुवर चंद्र कुमार सोनी निवासी भावापुर, खुल्दाबाद और 14 ग्राहकों के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज इस्तेमाल करने, अमानत में ख्यानत करने, साजिश रचने आदि की गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ है। गोल्ड लोन के नाम पर ठगी करने वालों में चार महिला भी नामजद हुईं। ठगी का यह अलग तरीका था। सोने के नकली गहनों को बैंक में गिरवी रख लोन लिया गया। बैंक वैलुअर ने रिपोर्ट में असली सोना लिखा। लोन न अदा करने पर जब बैंक ने लॉकर में रखे गहनों के सीलबंद डिब्बों को खोल कर नीलामी की प्रक्रिया शुरू की तो पता चला सारा सोना नकली है। बैंककर्मी ने नकली सोने पर असली रिपोर्ट तो लगाई ही दस्तावेज भी फर्जी लगवा दिए। इसके जरिए करीब 35 लाख का खेल किया गया। (भाषा इनपुट से)

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