प्रयागराज में जामिया हबीबिया मदरसे में नकली नोट छापने वाले आरोपियों से सिविल लाइन्स पुलिस और ats की टीम ने आज लम्बी पूछ ताछ की,पुलिस को 7 घण्टे की कस्टडी रिमांड कोर्ट से मिली थी, पुलिस ने मदरसे के मौलाना उड़ीसा के ज़ाहिर खान ,मदरसे के प्रिंसिपल रहे मोहम्मद तफसिरुल ,और नकली नोट को सप्लाई करने वाले अफ़ज़ल और शाहिद से नकली नोट छापने की शुरुआत से लेकर रेड पड़ने से पहले तक कि सारी जानकारियां ली.
इस दौरान आरोपियों ने पुलिस और ATS की टीम को उस दुकान का भी पता बताया जहाँ से नकली नोट छापने के लिए ये लोग कागज़ खरीदते थे, पुलिस क्रास चेक करने के लिए उस दुकान पर भी पहुँची और वही कागज़ बरामद भी किया।
रिमांड में पुलिस और ATS के लोगो ने मदरसे के प्रिंसिपल रहै मोहम्मद तफसिरुल और मदरसे के मौलाना से उसके एकाउंट में पैसो के ट्रांजेक्शन पर भी कई सवाल किये , जिस पर दोनों ने सिर्फ यही कहा की मदरसे के संचालन के लिए बाहर से कुछ लोग पैसा भेजते है जिससे मदरसे की व्यवस्था और टीचरों को सैलरी दी जाती है। हालांकि इस पूरी पूछ ताछ में मदरसे के प्रिंसिपल ने खुद को सही साबित करने के लिए सारा दोष मदरसे के मौलाना ज़ाहिर पर ही डाला.
पुलिस और ATS की टीम ने शाहिद अफ़ज़ल से भी कई सवाल किए और शुरुआत से लेकर आखिर तक नोट किसको किसको दी थी और किस किस दुकान से नकली नोट देकर समान खरीदा उसकी भी detail ली और नोट किया। पूछ ताछ के बाद शाम 4 बजे सभी आरोपियों को नैनी जेल में दाखिल कर दिया गया ,अब पुलिस इनसे मिले क्लू पर आगे काम करेगी।
एडिशनल DCP श्वेताभ पांडेय के मुताबिक रिमांड में चारो लोगो से पूछ ताछ में कुछ नए तथ्य सामने आए है जिसको वेरिफाई किया जाएगा