पुलिस कर्मियों को जनता का भरोसा जीतना होगा,तभी होगी बेहतर पुलिसिंग-आनंद वर्धन शुक्ला।
2025 के कुम्भ में आने वाले श्रद्धालु हमारे लिए अतिथि है और अतिथि भगवान के समान होता है इसलिए हम सबका दायित्व है की अतिथियों की हर संभव मदद और सेवा की जाए ,ये कहना है रिटायर्ड आईपीएस ऑफिसर आनंद वर्धन शुक्ला का पुलिस लाइन में आयोजित एक सेमिनार में उन्होंने खुल कर अपनी बातें रखी और पुलिस की भी कई परेशानियों को भी समझाया उन्होंने कहा की पुलिस अफसर से लेकर सिपाही तक साल और महीनों अपने परिवार से दूर रहते है छुट्टियां न मिलना काम का दबाव और तमाम उलझनों से वो रोज़ दो चार होते है लेकिन फिर भी वो धैर्य रख कर अपना काम करते है। इसलिए पुलिस कर्मियों की भी मनो इस्थिति समझना चहिये ताकि वो अपने कार्य को और बेहतर ढंग से कर सके।
सेमिनार में उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय अनुभव साझा करते हुए बताया कि व्यवहारिक स्तर पर यदि पुलिस विभाग में सही दिशा में भी बदलाव लाया जाए तो जनता एवं पुलिस के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किया जा सकता है ।
वक्ता के अनुसार जो भी व्यक्ति पुलिस थाने में आता है उसे अतिथि के रूप में स्वीकार करना चाहिए एवं उसकी पीड़ा को अपनी पीड़ा समझना चाहिए।
वक्ता ने व्यवहारिक कुशलता पर ज़ोर देते हुए कहा कि पेशेवर एवं निजी ज़िंदगी को अलग अलग रखने की आवश्यकता है।
वक्ता के अनुसार कार्यकुशलता कुशलता के साथ साथ पुलिसकर्मियों को स्वरूप भी अत्यंत महत्वपूर्ण है अतः सुसज्जित रूप से वर्दी पहन पुलिस का दायित्व है।
पुलिस की नौकरी में नियमितड्यूटी का समय न होने के कारण पुलिस कर्मियों में अत्यधिक मानसिक तनाव देखने को मिलता है अतः तनाव प्रबंधन भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
वक्ता ने टीम में बिल्डिंग की गतिविधियों पर भी महत्व दिया एवं समाज तथा पुलिस बल एकजुट होकर कार्य करें तो क़ानून व्यवस्था और अच्छी की जा सकती है।
इस सेमिनार में कमिश्नर तरुण गाबा ,एडिशनल कमिश्नर ऐन कोलांची DCP अभिषेक भारती DCP विवेक चन्द्र यादव ACP पुष्कर वर्मा ,श्वेताभ पांडेय मनोज सिंह सहित कई पुलिस अफसर शामिल हुए ,ACP लाइन पुष्कर वर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत और धन्यवाद ज्ञापित किया।