यूपी में क्लास थ्री की सरकारी नौकरियों के लिए ज़रूरी किया गया पीईटी यानी प्राइमरी एलिजिबिलिटी टेस्ट 2021 में नकल कराने वाले गिरोह को एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट ने यूपी के कौशाम्बी से पकड़ा है. इसमें तीन सरगना और एक सॉल्वर शामिल है. सरगना राहुल सिंह, अभिषेक सिंह, उदय शंकर सिंह और सॉल्वर पंकज कुमार गिरफ्तार हुए हैं. गिरफ्तार तीनों सरगना प्रयागराज और सॉल्वर बिहार के रोहतास जिले के करगहर थाना क्षेत्र के भगवानपुर का रहने वाला है. इन अभियुक्तों के पास से बड़ी मात्रा में नकल करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद हुई है.
इसमें चार ब्लूटूथ माइक डिवाइस, एक सैंडो बनियान इलेक्ट्रॉनिक सिम कार्ड डिवाइस लगी हुई व छह मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. वहीं बरामद सामग्री में एक पीईटी प्रश्न पुस्तिका, एक ओएमआर शीट मूल प्रति, एक ओएमआर शीट अभ्यर्थी प्रति व एक ओएमआर कोषागार प्रति, एक प्रवेश पत्र की फोटो कॉपी, एक फर्जी आधार कार्ड, एक स्कूटी, एसबीआई के दो ब्लैंक चेक, 43 स्क्रीन शॉट व एक पैन कार्ड बरामद हुए हैं.
ये सॉल्वर परीक्षा केंद्रों से सेटिंग कर मूल अभ्यर्थी की जगह बैठते थे. मूल अभ्यर्थियों को नकल पर्ची और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस देकर उनसे भी नकल कराते थे. इन अभियुक्तों ने दीपक सिंह की जगह सॉल्वर पंकज कुमार को बैठाया था. अभियुक्तों की वाराणसी और कानपुर में भी दूसरी पाली में सॉल्वर बैठाने की योजना थी.
इन नकल माफियाओं से चालीस हजार में सॉल्वर बैठाने की बात तय हुई थी. 20 हजार एडवांस भी दिया गया था. वहीं अभियुक्तों के खिलाफ कौशाम्बी के मंझनपुर कोतवाली में सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है. ये कार्रवाई एसटीएफ की टीम ने सीओ नवेन्दु कुमार के नेतृत्व में की है.
प्रयागराज में इसके लिए 76 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. यहां तकरीबन 75 हज़ार अभ्यर्थियों ने इस टेस्ट के लिए आवेदन किया था. प्रयागराज के 76 परीक्षा केंद्रों पर, 74,988 परीक्षार्थी, इस परीक्षा में शामिल हुए थे.
(भाषा इनपुट आजतक से)