प्रयागराज गंगा नदी पर बना फाफामऊ ब्रिज (चंद्रशेखर आजाद सेतु) पर एक अप्रैल से बड़े वाहनों का आवागमन बंद हो जाएगा। पुल क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण इसकी रिपेयरिंग का काम किया जाना है।
रूट निर्धारण को लेकर लोक निर्माण विभाग के नेशनल हाईवे खंड और यातायात विभाग के अधिकारियों ने फाफामऊ के बेला कछार व अन्य रूटों का निरीक्षण किया। इसके पहले 12 मार्च को पुल के मरम्मत की तिथि निर्धारित की गई थी। लेकिन त्योहार का सीजन होने के कारण समय सीमा बढ़ा दी गई। पुल की रिपेयरिंग होने से एक माह तक पुल पर आवागमन बंद रहेगा।
1988 में हुआ था फाफामऊ में चंद्रशेखर आजाद पुल का निर्माण
फाफामऊ पुल का निर्माण 1988 में किया गया था। प्रयागराज से लखनऊ, प्रतापगढ़, रायबरेली, अयोध्या आदि जिलों में जाने का यही मुख्य मार्ग है। इस पुल से प्रतिदिन 30 से 50 हजार से अधिक छोटे बड़े वाहनों का आवागमन होता है। अधिक ट्रैफिक होने के कारण इसके जोड़ क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई बार पैचिंग कराई गई लेकिन कुछ ही दिनों में उखड़ जाता है। इसके अलावा बियरिंग, आयलिंग और ग्रीसिंग का काम भी बाकी है। तीन बार पुल के मरम्मत की तिथि बढ़ाई जा चुकी है।
30 से 50 हजार वाहन प्रतिदिन इस पुल से गुजरते हैंं
फाफामऊ पुल से आवागमन बंद करने के पहले वैकल्पिक रास्ते के लिए फाफामऊ में दो पीपा पुल बनाया गया है। इस पुल से होकर लोग बेला कछार होते हुए फाफामऊ पानी टंकी के पास निकल जाएंगे। लोक निर्माण विभाग के नेशनल हाईवे खंड की ओर से रूट निर्धारित करने के लिए यातायात विभाग सुझाव मांगा है। राष्ट्रीय राजमार्ग के सहायक अभियंता ने बताया एक अप्रैल से पुल पर मरम्मतीकरण का काम किया जाएगा। ऐसे में बड़े वाहनों का पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।