मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक ट्वीट से विज्ञापन जगत पर छाया बेरोजगारी का संकट.
प्रयागराज: बीते दिनों @CMOfficeUP मुख्यमंत्री की X पर किये गए एक ट्वीट ने उत्तर प्रदेश के सभी विज्ञापन कर्ताओ की नींद उड़ा दी जिससे पुश्तों से विज्ञापन (होर्डिग्स) के माध्यम से प्रचार करने वाले एडवरटाईजर या इस व्यवसाय से जुड़े लाखों लोगों पर आर्थिक संकट का पहाड़ टूट पड़ा है.
मामला है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक तुगलकी फरमान की जो निजी भवनो पर लगे हुए होर्डिग्स हटाकर उसकी जगह LED डिस्प्ले बोर्ड लगाकर विज्ञापन करने का जिससे शासन में बैठे हुए कुछ ब्यूरोक्रेट्स अपने जान पहचान के लोगों द्वारा डिस्प्ले बोर्ड का टेंडर देकर चाहें वो स्मार्ट सिटी के नाम पर हो कुम्भ के नाम पर हो या किसी अन्य आयोजन पर हो देना चाहते हैं.
विज्ञापन के कार्य से जो लोग वर्षों से जुड़े हुए है चाहें फ्लेक्स प्रिंटिंग से लेकर होर्डिंग पर विज्ञापन करने तक लाखों लोगों का रोजगार चलता है पेट पलता है सब के सब एक झटके में बेरोजगार हो जायेंगे.
सरकार को नौकरी देने के बजाये जो लोग इस व्यवसाय से जुड़ कर अपनी रोजी रोटी चला रहे हैं उनका रोजगार छीनने का काम कर रही है.
अगर बात प्रयागराज नगर निगम की बात करें तो यहाँ के एडवरटाईजर (विज्ञापन एजेन्सी ) नगर निगम के एक्ट (विज्ञापन नीति) के मुताबिक हर मानक को पूरा करके विधिवत रूप से होर्डिग्स के माध्यम से प्रचार कर रहे है जिससे उनका जीविकोपार्जन हो रहा है वो लोग योगी जी के ट्वीट से स्तब्ध हैं.
इसी साल 2024-25 प्रयागराज में महाकुम्भ का आयोजन है जिसके लिए बड़ी बड़ी विज्ञापन कंपनी प्रयागराज में डेरा डालकर ब्यूरोक्रेट्स के थ्रू अपना काम (LED डिस्प्ले बोर्ड) लगा कर विज्ञापन का टेंडर हासिल करना चाहती है और ये काम तभी संभव है जब प्रयागराज में लोकल विज्ञापन कर्ताओं को किसी तरह से उनके द्वारा लगायी गई होर्डिग्स को अवैध करार देकर हटा या बंद करवा दिया जाय.
मुख्यमंत्री योगी जी को इस आशय में पुनः संज्ञान लेने की जरुरत है जिससे लाखों लोगों के ऊपर बेरोजगारी का जो संकट मडरा रहा है वो दूर हो सके.