सऊदी अरब ने शुक्रवार को ऐलान किया कि वह 17 महीने बाद कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके विदेशी पर्यटकों के लिए अपनी सीमाओं को फिर से खोल देगा. हालांकि रियाद ने उमरा से पाबंदी हटाने को लेकर कोई ऐलान नहीं किया है. उमरा में शामिल होने के लिए दुनियाभर के जायरीन सऊदी अरब पहुंचते हैं.
सऊदी प्रेस एजेंसी के मुताबिक पर्यटन मंत्रालय ने विदेशी पर्यटकों को अनुमति देने का ऐलान किया है. विदेशी सैलानी 1 अगस्त से सऊदी अरब की यात्रा कर सकेंगे. रविवार से पर्यटक वीजा धारकों की एंट्री पर बैन को खत्म कर दिया जाएगा.
जारी बयान के मुताबिक सऊदी अरब में उन पर्यटकों के एंट्री की इजाजत होगी जो कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लगवा चुके हैं. पर्यटन मंत्रालय ने यह भी साफ किया कि सऊदी अरब हुकमत ने फाइजर, एस्ट्राजेनेका, मॉडर्न या जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को मंजूरी दी है.
इसलिए उन्हीं पर्यटकों को अनुमति मिलेगी जो इनमें से किसी न किसी वैक्सीन की डोज लिए हुए हैं. वैक्सीन लगवा चुके पर्यटकों के लिए संस्थागत क्वारनटीन की जरूरत भी नहीं होगी. हालांकि पर्यटकों को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट पेश करनी होगी, जो 72 घंटे से ज्यादा समय की नहीं होनी चाहिए.
पर्यटन को दिया बढ़ावा
सऊदी अरब ने तेल पर आधारित अर्थव्यवस्था में विविधता लाने के लिए पर्यटन उद्योग को विकसित करने के लिए अरबों डॉलर खर्च किए हैं. सऊदी हुकमत ने 2019 में पहली बार पर्यटक वीजा जारी करना शुरू किया था. अपनी वैश्विक छवि सुधारने और सैलानियों को आकर्षित करने के लिए सऊदी अरब का यह महत्वाकांक्षी प्रयास का हिस्सा था.
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक सऊदी अरब ने सितंबर 2019 और मार्च 2020 के बीच 400,000 पर्यटक वीजा जारी किए. लेकिन कोविड महामारी के दौरान पर्यटकों के आने पर पाबंदी लगा दी गई. सऊदी ने कोरोना संक्रमण से बचने के लिए अपनी सीमाएं सील कर दी थीं.
कोरोना के चलते हज और उमरा भी बाधित हुआ है. इससे सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है. हज यात्रियों से सऊदी की सालान 12 बिलियन डॉलर की कमाई होती है. फिलहाल वैक्सीन ले चुके और सऊदी अरब के लोगों को ही हज यात्रा की इजाजत है.
(भाषा इनपुट आजतक से)