प्रयागराज के शहर के बाहर जुआ की फड़ संचालको ने अपना अड्डा शुरू कर दिया शहर में पुलिस का शिकंजा कसा तो जुआ संचालको ने शहर के आउटर में मिनी कैसिनो खोल कर जुआ चलवाने लगे ,प्रयागराज के घूरपुर फ्लाई ओवर के पास मुर्गी फार्म में अलग अलग झोपड़ी बना कर जुआ खेलवाया जा रहा है ।
बड़े जुआ और सट्टा संचालको ने इस जगह पर शहर के तमाम इलाको से जुआरियो को बुलवा कर लाखो का रोज़ जुआ खेलवाते है। पंकज नैनी,शेरू भलडा और गुड्डू है मुख्य फड़ संचालक , सैकड़ो जुआरियो के रोज़ इखट्टा होने से इलाके के लोग काफी परेशान है महिलाओं का भी उधर से गुजरना मुश्किल हो गया है सोमवार की देर रात भी हार जीत को लेकर दो दबंगो में जमकर मारपीट हुई थी।
उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी जो मुठभेड़ में मारा गया था उस्मान उसने भी 50 हज़ार का जुआ खेला था और हारजीत पर उससे भी झगड़ा हुआ था तब से आज तक जुआ की ये फड़ जारी है। फड़ संचालक पंकज नैनी, नैनी का हिस्ट्रीशीटर है इसके ऊपर कई गंभीर मुकदमे दर्ज है कई मामलों में ये जेल भी जा चुका है।
घूरपुर थाने में भी कई बार शिकायत की गई लेकिंन स्थानीय सिपाहियों की वजह से कोई कार्यवाही नही हुई हुई ,मामला DCP यमुना नगर संतोष मीणा के पास भी गया जिस पर उन्होंने एसीपी कौंधियारा से जांच का निर्देश दिया है.
उस्मान उर्फ विजय चौधरी को माफिया अतीक अपना छठवाँ बेटा कहता उमेश पाल हत्याकांड से पहले अशरफ से इसने बरेली जेल मुलाकात भी की थी अतीक की पत्नी से विजय को एक लाख रुपये एडवांस में मिले थे जिसमे 50 हज़ार इसने घूर पुर के इसी जुआ की फड़ पर लगाया था और हार गया था हारने के बाद इसका जुआ संचालक से झगड़ा भी हुआ था और उस्मान उर्फ विजय ने अतीक के नाम की धमकी भी दी थी ।
उस्मान उर्फ विजय चौधरी घूर पुर के आगे कौंधियारा का ही रहने वाला था कुछ दिन पहले पुलिस ने कौंधियारा में ही इसे मुठभेड़ में मार गिराया था।