प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड में पहली गोली चलाने वाला विजय चौधरी उर्फ उस्मान एक नम्बर का जुआरी भी था।
सूत्रों के मुताबिक उमेश की हत्या से पहले उसको कुछ रुपये माफ़िया अतीक की तरफ से मिले थे। उसमें से काफी पैसो से उसने घूर पुर फ्लाई ओवर ब्रिज के पास मुर्गी फार्म में हो रहे जुआ में लगाया था हारने के बाद विजय चौधरी उर्फ़ उस्मान से जुआ संचालक पंकज नैनी और शेरू नाम युवक से उसका झगड़ा भी हुआ था।
उस दौरान उस्मान ने दोनो को देख लेने की धमकी दी थी और अतीक के नाम का धौस भी दिया था । हालांकि जुआ की फड़ चलाने वाले दोनो युवक ने इसकी जानकारी पुलिस को नही दी थी क्योंकि झगड़े का कारण जुआ था और जुआ खेलवाने की जानकारी फड़ संचालक पुलिस को नही देना चाहते थे ।
अगर दोनो युवको ने विजय चौधरी की धमकी की सूचना पुलिस को देते तो शायद उस्मान पुलिस की गिरफ्त में पहले ही होता ।
सूत्रों के मुताबिक विजय उर्फ उस्मान अक्सर इस जुआ के अड्डे पर आता था लेकिन जितने पैसे का दांव उसने उस रोज लगाया था उससे पहले कभी इतनी बड़ी रकम का जुआ नही खेला था जिससे साफ है कि उस्मान को एक मुश्त रकम कही से मिली थी ये घटना उमेश पाल हत्याकांड के करीब एक हफ्ते पहले की बताई जा रही है।
हालांकि घूरपुर पुलिस ने इस तरह की किसी भी जानकारी से इनकार किया है। इलाके के लोग दबी जुबान से बताते है कि उस्मान की तमाम ट्रकों से भी वसूली चलती थी ।पुलिस ने विजय और उस्मान को मुठभेड़ में मार दिया था। हालंकि घूर पुर फ्लाई ओवर के पास मुर्गी फार्म में जुआ की फड़ अभी भी संचालित हो रही है।
अगर पुलिस पूछ ताछ करे तो और भी सुराग मिल सकता है लोग बताते है कि जुआ की फड़ पर उस्मान के साथ नाटे नामक एक युवक भी आता था जो उसका दोस्त हो सकता है