केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया. पीएम मोदी ने आंदोलन कर रहे किसानों से घर लौटने की अपील भी की. हालांकि, किसानों का कहना है कि वे अभी आंदोलन को खत्म नहीं करेंगे.
किसान संयुक्त मोर्चा ने कहा, किसान आज या कल आंदोलन खत्म नहीं करेंगे. ये आंदोलन तभी खत्म होगा, जब संसद में इसे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
यह हमारी जीत- किसान मोर्चा
इससे पहले किसान एकता मोर्चा ने कृषि कानूनों को वापस लेने को अपनी जीत बताया. किसान एकता मोर्चा ने ट्वीट कर कहा, 1 साल के लंबे इंतजार के बाद हम जीत गए. मोदी सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया. एकता और न्याय ही सफलता का रास्ता है.
पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने का किया ऐलान
पीएम मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्र को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कृषि में सुधार के लिए तीन कानून लाए गए थे. ताकि छोटे किसानों को और ताकत मिले. सालों से ये मांग देश के किसान और विशेषज्ञ, अर्थशास्त्री मांग कर रहे थे. जब ये कानून लाए गए, तो संसद में चर्चा हुई. देश के किसानों, संगठनों ने इसका स्वागत किया, समर्थन किया. मैं सभी का बहुत बहुत आभारी हूं.
पीएम ने आगे कहा, साथियों हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए देश के कृषि जगत के हित में, गांव, गरीब के हित में पूर्ण समर्थन भाव से, नेक नियत से ये कानून लेकर आई थी. लेकिन इतनी पवित्र बात पूर्ण रूप से किसानों के हित की बात हम कुछ किसानों को समझा नहीं पाए. भले ही किसानों का एक वर्ग इसका विरोध कर रहा था. हमने बातचीत का प्रयास किया. ये मामला सुप्रीम कोर्ट में भी गया. पीएम मोदी ने कहा, हमने कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है.