दलित-मुस्लिम, ब्राह्मण गठजोड़ पर कांग्रेस का जोर

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लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर कसी कमर.

प्रयागराज: कांग्रेस दलित – मुस्लिम अतिपिछड़ा वर्ग और ब्राह्मण गठजोड़ पर जोर दे रही है। पार्टी इस माह से शहर और ग्रामीण इलाकों में बड़ा सम्मेलन कराने की तैयारी में जुट गई है। पार्टी की रणनीति है कि वह इनके वोटबैंकों को जोड़कर न सिर्फ लोकसभा में करिश्मा दिखा सकती है बल्कि भविष्य में अपना जनाधार वापस पा सकती है। यही वजह है कि इन वर्गों पर फोकस करने की रणनीत तैयार की जा रही है।

कांग्रेस पार्टी पार्टी अपने परंपरागत वोट अनसुचित – मुस्लिम के साथ ब्राह्मणों पिछडी जाति को जोड़ने के लिए जुलाई से लेकर अगस्त तक सम्मेलन आयोजित करेगी। कांग्रेस के 35 साल के इतिहास में यह पहला मौका है, जब पार्टी ब्राह्मणों को जोड़ने का अभियान शुरू करने जा रही है।

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में विभिन्न राज्यों में मिले जनसमर्थन के बाद कांग्रेस ने यूपी पर फोकस बढ़ा दिया है। बुधवार को जीरो रोड स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय पर गंगापार कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुरेश यादव ने संघठन के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओ के साथ बैठक की।

सुरेश यादव ने बताया की पार्टी के शीर्ष नेताओं से बात करने के बाद तय हुआ कि पार्टी बीस जुलाई के बाद पहला ब्राह्मण सम्मेलन जनपद के ग्रामीण इलाके में आयोजित करेगी। सुरेश ने कहा है कि भाजपा में ब्राह्मणों का सजावटी इस्तेमाल है। जबकि गरीबी, बदहाली और उत्पीड़न के शिकार ब्राह्मणों के गरीब बच्चों को नौकरियां चाहिए।

पार्टी के जिला प्रवक्ता हसीब अहमद ने बताया की इसके बाद मुस्लिम सम्मेलन शहर के नगर निगम क्षेत्र में कराया जायेगा। वहीं अनुसूचित जनजाति का महाजुटाओ भी अगस्त माह में होगा। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव विवेकानंद पाठक ने बताया की कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जा रही है। इसको लेकर पार्टी नेताओं को जिम्मेदारी भी सौपी जा रही है।

बैठक के दौरान: जिलाध्यक्ष सुरेश यादव, जिला प्रवक्ता हसीब अहमद, जितेश मिश्रा, राकेश पटेल, मनोज पासी, रईस अहमद, सुनील यादव, एहतेशाम अहमद, भानु कुशवाहा, हीरालाल पटेल, मो०हसीन, राजेंद्र पासी, शकील अहमद समेत आदि लोग मौजूद रहें।

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