प्रयागराज नैनी पुल पर फसाद लाइटिंग के जीर्णोद्धार एवं रखरखाव के संबंध में पीडीए एवं नगर निगम को संयुक्त रुप से पुल को प्रकाशित रखने की जिम्मेदारी दी गई। ए एम सी करने की जिम्मेदारी विकास प्राधिकरण तथा मासिक मेंटेनेंस की जिम्मेदारी नगर निगम को दी गई।
सुजावन देव मंदिर के जीर्णोद्धार एवं संरक्षण के संबंध में जिलाधिकारी के स्तर पर एक बैठक करा कर सभी संबंधित समस्याओं का निराकरण करते हुए एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए।
जिन प्रसिद्ध मंदिरों का जीर्णोद्धार होना है उसकी एक सूची तैयार करके सर्वे कराने के निर्देश दिए। जीर्णोद्धार हेतु अभी तक बनाई गई सूची में नाग वासुकी, तक्षक तीर्थ, द्वादश माधव, सोमेश्वर महादेव जैसे मंदिर सम्मिलित है।
भारद्वाज आश्रम के आस पास के अतिक्रमण को अति शीघ्र हटाते हुए 15 दिन के भीतर एक कार्य योजना तैयार करने, त्रिवेणी पुष्प के जीर्णोद्धार एवं रखरखाव हेतु कार्य योजना के अनुसार काम को आगे बढ़ाने तथा अक्षय वट पर और अधिक सौंदर्यीकरण करने हेतु आर्मी से समन्वय बैठक करते हुए सिविल कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के भी निर्देश दिए।
मेला क्षेत्र में विकसित किए जाने वाले एस्पिरेशनल टॉयलेट्स हेतु भूमि चिन्हित कर अगले 1 माह के भीतर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
म्यो हॉल के संरक्षण तथा मेन बिल्डिंग के पीछे एक नया कॉम्प्लेक्स विकसित किए जाने के संबंध में दोनों ही कार्यों को शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए।
मंडलायुक्त श्री संजय गोयल की अध्यक्षता में कार्यालय स्थित त्रिवेणी सभागार में कुंभ 2025 के दृष्टिगत शहर के सौंदर्यीकरण एवं विकास संबंधित बैठक संपन्न हुई जिसमें विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की गई। सर्वप्रथम नैनी पुल पर फसाद लाइटिंग के जीर्णोद्धार एवं रखरखाव के संबंध में चर्चा करते हुए प्रयागराज विकास प्राधिकरण एवं नगर निगम को संयुक्त रुप से पुल को प्रकाशित रखने की जिम्मेदारी दी गई जिसमें ए एम सी करने की जिम्मेदारी विकास प्राधिकरण तथा मासिक मेंटेनेंस की जिम्मेदारी नगर निगम को दी गई। इसके पश्चात 15 दिनों के भीतर टेंडर निकाल कर कार्यदाई संस्था को आबध्ध किया जाएगा।
इसी क्रम में शहर के सुप्रसिद्ध सुजावन देव मंदिर के जीर्णोद्धार एवं संरक्षण के संबंध में चर्चा करते हुए मंडलायुक्त ने जिलाधिकारी के स्तर पर एक बैठक करा कर सभी संबंधित समस्याओं का निराकरण करते हुए एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए हैं। साथ ही और जिन भी प्रसिद्ध मंदिरों का जीर्णोद्धार होना है उनकी एक सूची तैयार करके सर्वे कराने के निर्देश दिए गए जिससे कहां पर क्या कार्य होना है इसका आंकलन किया जा सके। जीर्णोद्धार हेतु अभी तक बनाई गई सूची में नाग वासुकी, तक्षक तीर्थ, द्वादश माधव, सोमेश्वर महादेव जैसे मंदिर सम्मिलित है।
बैठक में मंडलायुक्त द्वारा अरैल घाट स्थित त्रिवेणी पुष्प, अक्षय वट एवं भरद्वाज आश्रम के आसपास सौंदर्यीकरण के कार्य को आगे बढ़ाने हेतु किए जा रहे कार्यों पर भी विस्तृत चर्चा की गई। भारद्वाज आश्रम के आस पास के अतिक्रमण को अति शीघ्र हटाते हुए 15 दिन के भीतर एक कार्य योजना तैयार करने, त्रिवेणी पुष्प के जीर्णोद्धार एवं रख रखाव हेतु कार्य योजना के अनुसार काम को आगे बढ़ाने तथा अक्षय वट पर और अधिक सौंदर्यीकरण करने हेतु आर्मी से समन्वय बैठक करते हुए सिविल कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के भी निर्देश दिए गए।
इसके अतिरिक्त मेला क्षेत्र में विकसित किए जाने वाले एस्पिरेशनल टॉयलेट्स हेतु भूमि चिन्हित कर अगले 1 माह के भीतर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए। साथ ही म्यो हॉल के संरक्षण तथा मेन बिल्डिंग के पीछे एक नया कॉम्प्लेक्स विकसित किए जाने के संबंध में पहले की गई चर्चा के क्रम में एक कार्ययोजना बनाकर दोनों ही कार्यों को शीघ्र शुरू करने के भी निर्देश दिए गए।