10 देशों में NRI नंबर से होगा UPI पेमेंट, IT मंत्री वैष्णव बोले- यह डिजिटल क्रांति का युग

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सरकार इस साल डिजिटल ऋण सेवा शुरू करेगी. दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि इस सेवा से छोटे रेहड़ी-पटरी वाले भी बड़े बैंकों से कर्ज ले सकेंगे.

डिजिटल भुगतान उत्सव को संबोधित करते हुए वैष्णव ने कहा कि इसे यूपीआई सेवाकी तरह पेश किया जाएगा. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल भारत दृष्टिकोण के तहत बड़ी उपलब्धि होगी.

वैष्णव ने कहा कि इस साल हम डिजिटल ऋण सेवा शुरू करेंगे. अगले 10-12 में भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) काफी आगे होगा. इस कार्यक्रम में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी (मेइटी) मंत्री ने यूपीआई के लिए वॉयस आधारित भुगतान प्रणाली का प्रोटोटाइप का अनावरण किया. इस मौके पर मत्रालय के सचिव अल्केश कुमार शर्मा ने कहा कि यूपीआई वैश्विक भुगतान उत्पाद बनेगा, जिसके लिए एनपीसीआई ने पहले ही नेपाल, सिंगापुर और भूटान आदि देशों के साथ भागीदारी शुरू की है.

स्थानीय भाषा इंटरफेस में भुगतान करने में सक्षम

उन्होंने बताया कि यूपीआई सेवाएं 10 देशों ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, हांगकांग, ओमान, कतर, सऊदी अरब, सिंगापुर, यूएई, ब्रिटेन और अमेरिका के प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) को उपलब्ध होंगी. आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 2023 में डिजिटल क्रेडिट सिस्टम के पूर्ण रोलआउट के अपने दृष्टिकोण को साझा किया और एनपीसीआई को इस दिशा में आगे बढ़ने का निर्देश दिया. उन्होंने बताया कि यूपीआई 123 पे को स्थानीय भाषा में उपलब्ध कराने के लिए मिशन भाषिणी- राष्ट्रभाषा अनुवाद मिशन और डिजिटल भुगतान एक साथ आए हैं. यह एक आम व्यक्ति को आवाज के माध्यम से अपनी स्थानीय भाषा इंटरफेस में भुगतान करने में सक्षम बनाएगा.

डिजिटल रूप से सक्षम बैंक

2023 में, एक प्रमुख फोकस डिजिटल क्रेडिट सिस्टम के पूर्ण रोलआउट पर होगा. मैं एनपीसीआई (भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम) से नेतृत्व करने का अनुरोध करता हूं कि आपने UPI सिस्टम बनाया, आपके पास पहले से ही पूरे बिल्डिंग ब्लॉक हैं. आपके पास उपयोगकर्ता के साथ-साथ डिजिटल रूप से सक्षम बैंक भी हैं तो, आपके पास पूरा पारिस्थितिकी तंत्र उपलब्ध है, इसलिए, यही वह समय है जब हमें डिजिटल क्रेडिट शुरू करना चाहिए. आइए 2023 में डिजिटल क्रेडिट सिस्टम के पूर्ण रोलआउट का लक्ष्य रखें.

स्ट्रीट वेंडरों को बैंक से जोड़ने में आसानी

नेचुरल भाषा सॉफ्टवेयर ‘भाषिणी’ और UPI का एकीकरण हुआ है. कोई भी व्यक्ति देश की 18 भाषाओं में बोलकर भुगतान कर सकेगा. डिजिटल क्रेडिट में बड़ी कामयाबी मिली है. इसके जरिए फुटपाथ पर कार्य करने वाले व्यक्ति को बैंक से कैसे जोड़ा जाए उसमें आसानी होगी.(भाषा इनपुट)

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