उत्तर प्रदेश में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए कक्षा 01 से 12वीं तक के सभी सरकारी/गैर सरकारी स्कूल अब 30 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिए गए हैं. कोचिंग सेंटर्स भी इस दौरान क्लासेज़ नहीं लगा सकेंगे. इस दौरान केवल पहले से निर्धारित परीक्षाएं ही हो सकेंगी. सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों की बैठक के बाद यह फैसला लिया है.
प्रदेश में बोर्ड परीक्षाएं अब नये शेड्यूल के अनुसार 08 मई से शुरू होनी है. स्कूल बंद होने के फैसले से बोर्ड परीक्षार्थियों की तैयारी में परेशानी आ सकती है. स्कूल अब केवल ऑनलाइन क्लासेज़ ही आयोजित कर सकते हैं और प्रैक्टिकल्स के लिए भी क्लास आयोजित नहीं कर सकेंगे.
उन्होंने कहा कि कोरोना पर प्रभावी रोकथाम के लिए टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट के मंत्र को आत्मसात कर कार्य किया जाना चाहिए. प्रदेश में प्रतिदिन न्यूनतम एक लाख RTPCR टेस्ट किए जाएं तथा सभी सरकारी तथा निजी टेस्टिंग लैब पूरी क्षमता के साथ कार्य करें. टेस्टिंग में देरी न की जाए ताकि कोरोना पर प्रभावी रूप से लगाम लगाई जा सके.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये जरूरी है कि सभी कार्यालयों/औद्योगिक इकाइयों में Covid प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए. कोरोना हेल्प डेस्क एक्टिव रहें. मतदान कर्मियों, पुलिस कर्मियों और चिकित्सा कर्मियों की सुविधा और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाए और मास्क, सैनिटाइजेशन के प्रति लोगों को लगातार जागरूक किया जाए.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वैक्सीनेशन का काम प्रदेश में तेजी से चल रहा है. अब तक 85 लाख से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है. राज्य में 4 दिवसीय ‘टीका उत्सव’ आज से प्रारंभ हुआ है. 6000 केंद्रों पर टीकाकरण का कार्य जारी है. वैक्सीनेशन के काम में और तेजी लाई जाएगी ताकि हर्ड इम्यूनिटी पैदा हो सके.
प्रदेश के प्रमुख जिलों- कानपुर, लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर में पहले ही स्कूल बंद किए जा चुके हैं. अब मुख्यमंत्री के आदेश के बाद पूरे प्रदेश में सभी स्कूल 30 अप्रैल तक बंद रहेंगे. स्कूल अपनी इच्छा से ऑनलाइन क्लास आयोजित कर सकेंगे मगर किसी भी क्लास के लिए अथवा किसी भी कोचिंग सेंटर में ऑफलाइन पढ़ाई नहीं हो सकेगी. 30 अप्रैल के बाद आगे की स्थिति पर विचार कर आदेश जारी किया जाएगा.