सऊदी अरब ने योग को प्रोत्साहित करने में सहयोग बढ़ाने के लिए भारत के साथ एक एमओयू यानी मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर किया है.
एमओयू पर हस्ताक्षर सऊदी अरब के खेल मंत्रालय और भारत के आयुष मंत्रालय से जुड़े मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ योग के बीच हुआ है.
अरब न्यूज़ ने लिखा है कि इस समझौते से सऊदी अरब में योग की मान्यता और पाठ्यक्रमों की राह खुलेगी.
एमओयू के तहत योग में रिसर्च, शिक्षा और ट्रेनिंग को लेकर भी साझेदारी बढ़ेगी. इस एमओयू पर सऊदी में भारत के राजदूत डॉ औसफ़ सईद और सऊदी खेल मंत्रालय के लीडर्स डिवेलपमेंट इंस्टिट्यूट के निदेशक अब्दुल्लाह फ़ैसल हमाद ने किए हैं.
इस एमओयू पर हस्ताक्षर के लिए रियाद में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम का वीडियो सऊदी अरब में भारत के दूतावास की तरफ़ से ट्विटर पर पोस्ट किया गया है.
जिस दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस था उसी दिन यानी 21 जून को एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया था. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस योग को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है. पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून, 2015 को मनाया गया था.
सऊदी में भारत के दूतावास ने इस समझौते को लेकर ट्विटर पर लिखा है, ”इस समझौते का उद्देश्य सऊदी अरब में योग को प्रोत्साहित करना है. खाड़ी के देशों में योग को प्रोत्साहित करने के लिए इस तरह की यह पहली पहल है.
योग को लेकर इस्लामिक देशों में बहुत उत्साह नहीं देखा जाता है. योग को इस्लामिक देशों में कई लोग हिन्दू धर्म से भी जोड़ते हैं. ऐसे में सऊदी के साथ यह समझौता मायने रखता है. सऊदी वो देश है, जहाँ इस्लाम की सबसे पवित्र जगह मक्का और मदीना हैं.
(भाषा इनपुट से)