संगम नगरी प्रयागराज में होली से पांच दिन पहले शहर के दारागंज इलाके में मुगदर की अनोखी बारात निकाली गई। इस मुगदर बारात में कोरोना के पुतले को भी मुगदर से कुचलकर उसको आग के हवाले किया गया। इसके बाद पचास किलो के मुगदर को भांजने की प्रतियोगिता भी शुरू हुई जिसमें कई पहलवानो ने अपनी ज़ोर आज़माइश की। होली से चार दिन पहले निकाली गई मुुुगदर की बारात का मकसद बुराई पर अच्छाई की जीत है और ये परंपरा सालो से धकाधक चौराहे से होती आ रही है।
प्रयागराज के दारागंज इलाके से निकल रही ये ये बारात किसी इंसान की नही बल्कि उस मुगदर की है जिसको भांजने से इंसान सेहतमंद रहता है। दारागंज इलाके के धकाधक चौराहे से मुगदर बारात निकालने की पुरानी परंपरा है। इस मुगदर को भांजने से लोग सेहत मंद तो रहेंगे ही लेकिन इस बार कोरोना का पुतला जलाकर उसका अंत भी किया जाएगा। ये बारात दारागंज की गलियों से निकलकर धकाधक चौराहे पर पहुंची है जहां कोरोना के पुतले को लोगों ने इन मुगदारो से कुचला और कोरोना के पुतले को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद पहलवानो ने पचास किलो के मुगदर को भांजने की प्रतियोगिता शुरू हुई।