पिछले साल संगम नगरी प्रयागराज से दिल्ली तक करीब 720 किमी दौड़ लगा कर सुर्खियों में आ चुकीं 10 वर्षीय काजल अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने लखनऊ भी दौड़कर पहुंचेगी.
सीएम योगी से मिलने के लिए आज रामनवमी के दिन काजल प्रयागराज के सुभाष चौराहे से रवाना हुई. काजल ने फाफामऊ, कुंडा और रायबरेली के रास्ते लखनऊ की यात्रा 6 दिन में पूरी करने का लक्ष्य रखा है.
बिना इजाजत इंदिरा मैराथन में लगाई थी दौड़
दरअसल, प्रयागराज में 19 नवंबर को आयोजित हुई 42 किमी की इंदिरा मैराथन में काजल ने दौड़ लगाते हुए 14वां स्थान प्राप्त किया था. हालांकि, उम्र कम होने के कारण आयोजकों द्वारा काजल को मैराथन में शामिल नहीं माना गया था. बावजूद इसके काजल ने 42 किमी की मैराथन पूरी की थी. मैराथन पूरी करने के बाद काजल ने उस समय खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी से मुलाकात की इच्छा जाहिर की थी. लेकिन वह मुलाकात नहीं कर पाई थी.
काजल का कहना है कि कम उम्र होने के कारण इंदिरा मैराथन में दौड़ पूरी करने के बाद उन्हें आयोजकों द्वारा तवज्जो नहीं दी गई. अब वह इस संबंध में सीएम से मिलकर उनके सामने अपनी बात रखेंगी, ताकि कम उम्र उनकी राह में रुकावट न बने.
बुधिया से ली दौड़ने की प्रेरणा
प्रयागराज के मांडा क्षेत्र की ललितपुर भवसारा नरोत्तम की रहने वाली 10 वर्षीय बालिका काजल निषाद बुधिया को अपना प्रेरणा श्रोत मानती हैं. काजल से कुछ साल पहले चार साल के बुधिया ने पूरी से भुवनेश्वर 65 किमी तक दौड़ लगाकर सुर्खिया बटोरी थी.
काजल के कोच रंजीत निषाद ने बताया कि वह काजल को तीन साल से अधिक समय से ट्रेनिग दे रहे हैं. काजल में अपने सपनों को पाने का जज्बा और लगन दोनों है. वह लखनऊ में सीएम योगी से मिलकर काजल की प्रतिभा से उन्हें अवगत कराना चाहते है. जिससे भविष्य में काजल की उम्र उसकी राह में समस्या न बने. साथ ही आगामी इंदिरा मैराथन में काजल को दौड़ने की अनुमति भी मिल सके.