पैगंबर मोहम्मद पर बीजेपी नेताओं की विवादित टिप्पणी को लेकर कतर के बाद कुवैत, ईरान, सऊदी अरब और पाकिस्तान ने भी नाराजगी जाहिर की है. लिहाजा कतर और कुवैत के बाद ईरान ने भी भारतीय राजदूत को तलब कर लिया है. वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि ‘मैं हमारे प्यारे पैगंबर के बारे में भारत के बीजेपी नेताओं की आहत करने वाली टिप्पणियों की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं’. वहीं भारत की ओर से कहा गया है कि इस तरह के बयानों से भारत सरकार का कोई लेना-देना नहीं है.
ईरान को भारत ने दिया जवाब
ईरान के विदेश मंत्रालय ने विवादित टिप्पणी को लेकर तेहरान में भारतीय राजदूत को तलब किया. बैठक के दौरान भारतीय दूत ने अफसोस व्यक्त किया और कहा कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कोई भी अपमानजनक टिप्पणी स्वीकार नहीं है. भारत सरकार का इस तरह के बयानों और टिप्पणियों से कोई लेना देना नहीं है. भारत में सभी धर्मों का अत्यधिक सम्मान है. भारतीय राजदूत ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी करने के बाद नवीन कुमार जिंदल को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही वह सरकार में किसी भी पद पर आसीन नहीं हैं.
PAK पीएम शहबाज शरीफ ने जताई नाराजगी
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बीजेपी नेताओं की टिप्पणी की निंदा की. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘मैं अपने प्यारे पैगंबर के बारे में भारत के बीजेपी नेताओं की आहत करने वाली टिप्पणियों की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. मैंने बार-बार कहा है कि मोदी के नेतृत्व में भारत धार्मिक स्वतंत्रता को रौंद रहा है और मुसलमानों को सता रहा है. उन्होंने कहा कि दुनिया को इस पर ध्यान देना चाहिए. हमारा प्यार पवित्र पैगंबर के लिए सर्वोच्च है. सभी मुसलमान अपने पवित्र पैगंबर के प्यार और सम्मान के लिए अपना जीवन बलिदान कर सकते हैं.
कुवैत सरकार ने की बयान की निंदा
कुवैत ने बीजेपी नेताओं की पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी को लेकर एक बयान जारी किया. इसमें इस तरह की टिप्पणियों की निंदा की गई है. इसके साथ ही भारतीय राजदूत सिबी जॉर्ज को तलब किया गया है. कुवैत के विदेश मंत्रालय के कार्यालय की ओर से अरबी भाषा में एक ट्वीट किया गया है. इसमें कहा गया है कि कुवैत सरकार ने भारत के राजदूत को तलब किया है. हम इस तरह के विवादित बयानों की निंदा करते हैं. कुवैत ने भारत में सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं की टिप्पणियों को लेकर राजदूत सिबी जॉर्ज को विरोधस्वरूप एक आधिकारिक नोट भी सौंपा.
इसके जवाब में कुवैत में भारतीय दूतावास के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर कहा कि भारतीय राजदूत ने कुवैत के विदेश कार्यालय को बताया कि विवादास्पद टिप्पणी भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाती.
कतर ने कहा- ऐसे बयान बर्दाश्त नहीं
कतर के विदेश मामलों के मंत्रालय ने भारतीय राजदूत को तलब किया. उन्हें एक आधिकारिक नोट सौंपा. इसमें कहा गया कि पैगंबर मोहम्मद को लेकर बीजेपी नेताओं की टिप्पणियों की हम निंदा करते हैं. कतर ने कहा कि ऐसे बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही कहा कि दुनियाभर में दो अरब से अधिक मुसलमान पैगंबर मोहम्मद के बताए रास्ते पर चलते हैं. इस तरह की टिप्पणियों से धार्मिक घृणा को बढ़ावा मिलेगा.
कतर विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के जवाब में कतर में भारतीय दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय राजदूत की विदेश कार्यालय में एक बैठक हुई थी. इसमें विवादित बयान और ट्वीट्स को लेकर चिंता व्यक्त की गई. इसके साथ ही कहा कि इस तरह के ट्वीट भारत सरकार के विचारों को प्रदर्शित नहीं करते.
अब सऊदी अरब ने कहा कि विदेश मंत्रालय भाजपा प्रवक्ता के उस बयान की निंदा करता है, जिसमें पैगंबर मुहम्मद का अपमान किया गया है.
क्या था विवाद?
एक टीवी न्यूज चैनल पर बहस के दौरान बीजेपी प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी कर दी थी, जिसको लेकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भड़के हुए थे. हालांकि इस टिप्पणी के बाद नूपुर शर्मा ने कहा था कि वायरल वीडियो एडिटेड है, जिसे एक फैक्ट चेकर ने शेयर किया है. इस वीडियो के शेयर होने के बाद से उन्हें इस्लामिक कट्टरपंथियों से धमकियां मिल रही हैं. नुपुर शर्मा ने आरोप लगाया था कि आल्ट न्यूज के प्रोपराइटर ने उनके खिलाफ ट्रोल को बढ़ावा देने के लिए संपादित वीडियो पोस्ट किया है.
बीजेपी नेताओं के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई?
पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान देने के मामले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने प्रवक्ता नूपुर शर्मा की प्राथमिक सदस्यता निलंबित कर दी. साथ ही उनके खिलाफ पार्टी ने जांच के आदेश दिए हैं. वहीं, दिल्ली बीजेपी के मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल पर भी एक्शन हुआ है. पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने लेटर जारी करते हुए बताया कि नवीन कुमार जिंदल ने सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सद्भावना भड़काने वाले विचार प्रकट किए हैं. यह भारतीय जनता पार्टी के मूल विचार के विरोध में हैं.
कार्रवाई से पहले क्या कहा था बीजेपी ने?
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में पार्टी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी को ऐसा कोई भी विचार स्वीकृत नहीं है जो किसी भी धर्म-संप्रदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाए. भाजपा ना ऐसे किसी विचार को मानती है और न ही प्रोत्साहन देती है. (भाषा इनपुट से)