हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, इलाहाबाद द्वारा माननीय मुख्य न्यायमूर्ति श्री प्रीतिंकर दिवाकर जी का विदाई समारोह.
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ, जिसका संचालन उपाध्यक्ष श्री आशुतोष पाण्डेय एवं महासचिव, श्री नितिन शर्मा द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
कार्यक्रम के आरम्भ में मुख्य अतिथि मा0 न्यायमूर्ति श्री प्रीतिंकर दिवाकर जी एवं विशिष्ट अतिथिगण मा0 न्यायमूर्ति श्री मनोज कुमार गुप्ता जी, मा0 न्यायमूर्ति श्री अंजनी कुमार मिश्र जी, मा0 न्यायमूर्ति श्री महेश चन्द्र त्रिपाठी जी, मा0 न्यायमूर्ति श्री विवेक कुमार बिरला जी एवं मा0 न्यायमूर्ति श्री अश्वनी कुमार मिश्र जी, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अशेाक कुमार सिंह, महासचिव श्री नितिन शर्मा सहित समस्त पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवन किया गया।
तत्पश्चात हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अशोक कुमार सिंह, महासचिव श्री नितिन शर्मा सहित कार्यक्रम में उपस्थित सभी पदाधिकारियों द्वारा मुख्य अतिथि मा0 न्यायमूर्ति श्री प्रीतिंकर दिवाकर जी का माल्यार्पण, पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह भेंटकर तथा विशिष्ट अतिथिगण का माल्यार्पण कर स्वागत व अभिनन्दन किया गया।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष, श्री अमित के0 श्रीवास्तव (अमित कुमार) ने स्वागत भाषण में कहा कि हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, इलाहाबाद द्वारा आयोजित विदाई समारोह को सफल बनाने में मंचासीन विशिष्ट अतिथिगण तथा कार्यक्रम में उपस्थित सभी सम्मानित अधिवक्ता बन्धुओं का भी हृदय से आभारी हूॅ जिन्होंने इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई है।
कार्यक्रम में आये सभी सम्मानित अधिवक्ता बन्धुओं एवं विशिष्टजनों का हृदय से स्वागत एवं अभिनन्दन करते हैं।
मा0 न्यायमूर्ति श्री अश्वनी कुमार मिश्र ने अपने उद्बोधन में कहा कि मा0 मुख्य न्यायमूर्ति के विदाई एवं दीपावली के अवसर पर बार एसोसिएशन द्वारा यह कार्यक्रम किया जा रहा है, उसके लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएँं। उन्होंने आगे कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय पूरे प्रदेश की जनता की आस्था और विश्वास का केन्द्र है, यह भविष्य में इसी तरह कायम रहे। इसकी जिम्मेदारी हम सभी की है।
मा0 मुख्य न्यायमूर्ति जी बार एसोसिएशन के लिए क्या कुछ कर सकें, यह हमेशा उनके मन में रहा है।
मा0 न्यायमूर्ति श्री महेश चन्द्र त्रिपाठी जी ने सभी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि अपने बीच आकर एक सुखद अनुभूर्ति होती है। हम लोग तो मौका ढूढते रहते है अपनो की बीच आने का। उन्होंने आगे कहा कि मा0 मुख्य न्यायमूर्ति बार एसोसिएशन के हित में जो भी कार्य रहा हो, उसको पूर्ण करने में हमेशा आगे रहे हैं। कोविड-19 के दौरान भी किसी को भी निराश नही होने दिया और बिना समय व्यतीत किए न्यायिक कार्य शुरू किये और जिस जज्बे साथ वह न्यायिक कार्यो के सम्पादन में आगे रहे, ठीक उसी प्रकार से एक कुशल खिलाड़ी के रूप में भी उनका जज्बा कायम रहा।
मा0 न्यायमूर्ति श्री अजय भनोट ने अपने उद्बोधन में कहा कि किस प्रकार से हम एक दूसरे के दिल को छू जाये, इस तरह का मौका तलाशते रहते हैं। हम लोगों का जो दृष्टिकोण रहा उससे प्रेरित होना हम सभी का स्वाभाविक है। मा0 मुख्य न्यायमूर्ति जी से मुझे बहुत कुछ सीखने का मौका मिला, जो मेरे जीवन में चिरस्थायी रहेगा।
मुख्य अतिथि मा0 मुख्य न्यायमूर्ति श्री प्रीतिंकर दिवाकर जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि मेरे लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसके लिए हम हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, इलाहाबाद सभी अधिवक्ताओं का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि कार्यवाहक मा0 मुख्य न्यायमूर्ति श्री मनोज कुमार गुप्ता जी न्यायिक कार्यो के सम्पादन के दौरान मेरी बहुत मदद किए। बार एसोसिएशन के लिए कुछ और बेहतर कर सके, यही मेरी उनसे अपेक्षाएँ हैं।
इसी क्रम में उन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा में बारे बताते हुए कहा मैं कक्षा-8 तक एक सरकारी स्कूल का छात्र रहा। अपने पिता जी के सानिध्य में साहित्य व अंग्रेजी का गहन अध्ययन किया और ईश्वर की असीम अनुकम्पा से न्यायमूर्ति के पद को सुशोभित किया।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय में स्थानान्तरण के बाद एक वरिष्ठ न्यायमूर्ति के द्वारा यह अवगत कराया गया कि ‘‘वकालत व न्यायमूर्ति के क्षेत्र में यदि आप इलाहाबाद नही देखा तो कुछ नही देखा, इलाहाबाद के दो विभूतियॉ बहुत प्रसिद्ध हैं, एक मॉ गंगा जी, और दूसरा अधिवक्ता’’। न्याय के क्षेत्र में यहॉ जो कुछ मुझे मिला, उसे सम्भाल कर रखना मेरी नैतिक जिम्मेदारी बनती है।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी सम्मानित अधिवक्ताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह जो इमारत तैयार हो रही है, मेरा मानना है कि पूरे देश में अधिवक्ताओं के लिए इस तरह की व्यवस्था नही होगी। आप सभी को पुनः बहुत-बहुत धन्यवाद।
कार्यक्रम के अंत में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अशोक कुमार सिंह ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि मा0 मुख्य न्यायमूर्ति चाहे वह न्याय कक्ष में हों या न्याय कक्ष के बाहर हो, जिस आत्मीयता के साथ हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की समस्याओं का निराकरण करते रहे, यह सम्पूर्ण हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के लिए अविस्मरणीय रहेगा, जिस प्रकार आपकी लोकप्रियता मा0 उच्च न्यायालय इलाहाबाद में रही, इससे कहीं ज्यादा भविष्य में भी आप लोकप्रिय रहें। वकालत के 30 वर्षो के दौरान मैंने आप जैसा मुख्य न्यायमूर्ति नही देखा है।
उपस्थित सभी माननीय न्यायमूर्तिगण से हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की तरफ से यह आग्रह है कि आप हमारी बातें तत्परता के साथ सुनगें, फैसला तो आपके ही हाथ में है। मैं हमेशा आम अधिवक्ता हूॅ और आम अधिवक्ता के हितों की रक्षार्थ कटिबद्ध हूॅ।
संयुक्त सचिव प्रेस श्री अमरेन्दु सिंह ने मा0 मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथिगण व उपस्थित सभी सम्मानित अधिवक्तागण का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की तथा माननीय मुख्य न्यायमूर्ति के स्वस्थ्य एव दीर्घायु होने की ईश्वर से कामना की।
उक्त अवसर पर श्री अमित के0 श्रीवास्तव (अमित कुमार), वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सर्वश्री आशुतोष पाण्डेय, अशोक कुमार त्रिपाठी, अजय कुमार मिश्र (अजय जय हिन्द), अरविन्द कुमार श्रीवास्तव, स्वर्ण लता सुमन (उपाध्यक्षगण), सर्वेश कुमार दुबे (संयुक्त सचिव, प्रशासन), अजय सिंह (संयुक्त सचिव लाइब्रेरी), अमरेन्दु सिंह, (संयुक्त सचिव प्रेस), अंजना चतुर्वेदी (संयुक्त सचिव, महिला), आशीष कुमार मिश्र (आशीष मिश्र) (कोषाध्यक्ष), प्रीति द्विवेदी, श्रीमती सरिता सिंह, अभ्युदय त्रिपाठी, विनोद राय, अमित कुमार पाण्डेय, ओम प्रकाश विश्वकर्मा (ओ.पी. विश्वकर्मा), अरविन्द कुमार सिंह, अरूण कुमार त्रिपाठी, आशुतोष मिश्र (नगरहा), सुधीर कुमार केसरवानी (एस0के0 केसरवानी), साइमा सहेर, अनिरूद्ध ओझा, अनिल कुमार मिश्र, गुलाब सिंह यादव एवं अनिल प्रताप सिंह (कार्यकारिणी सदस्यगण) सहित बड़ी संख्या में सम्मानित वरिष्ठ/कनिष्ठ अधिवक्तागण उपस्थित रहे।